महाराष्ट्र

ढोंगी बाबा के चक्कर में अंधा हुआ परिवार, 4 आरोपी गिरफ्तार

Rani Sahu
8 Aug 2022 8:54 AM GMT
ढोंगी बाबा के चक्कर में अंधा हुआ परिवार, 4 आरोपी गिरफ्तार
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ढोंगी बाबा के चक्कर में अंधा हुआ परिवार
नागपुर. ढोंगी बाबा के चक्कर में चिमणे परिवार अंधा हो गया था. बेटी पर 'बुरी आत्मा' का साया होने की जानकारी इस ढोंगी बाबा ने ही परिवार को दी थी. उसी के कहने पर चिमणे दंपति और उनकी रिश्तेदार बच्ची के लिए टोना-टोटका कर रहे थे. अंधविश्वास ने उनकी बुद्धि भ्रष्ट कर दी थी और इसीलिए अपनी बेटी को पीट-पीट कर मार डाला. पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गए आरोपियों में कामगार कॉलोनी, सुभाषनगर निवासी सिद्धार्थ प्रल्हाद चिमणे (45), रंजना सिद्धार्थ चिमणे (41), भिवापुर वार्ड, चंद्रपुर निवासी प्रिया अमर बंसोड़ (35) और शंकर नामदेव बांबोड़े (50) का समावेश है.
इस मामले में पुलिस ने सिद्धार्थ की बड़ी बेटी और प्रिया के बेटे को भी आरोपी बनाया है. सिद्धार्थ, रंजना और प्रिया को तो पुलिस ने शनिवार रात ही गिरफ्तार कर लिया था. रविवार को उन्हें न्यायालय में पेश किया गया. अदालत ने उन्हें 12 अगस्त तक पुलिस हिरासत में रखने के आदेश दिए हैं. जांच के दौरान शंकर बाबा की भूमिका सामने आई. उसी के कहने पर चिमणे दंपति झाड़-फूंक का काम कर रहे थे. पुलिस ने शंकर को भी गिरफ्तार कर लिया. सोमवार को उसे न्यायालय में पेश किया जाएगा.
शरीर के जख्म देख तिलमिला उठे लोग
रविवार को 5 वर्षीय गुड़िया उर्फ अनक्षी का पोस्टमार्टम किया गया. मेडिकल अस्पताल में रिश्तेदार भी मौजूद थे. हर कोई इस घटना से गहरे सदमे में था. बच्ची की हालत देख सभी तिलमिला उठे. सभी का अश्रु बांध फूट पड़ा. गुड़िया को बेल्ट से इस कदर पीटा गया था कि उसकी चमड़ी छिल गई थी. इतना ही नहीं, शरीर पर किसी नुकीली वस्तु या चटके जैसे निशान थे. हर कोई यह सोचकर परेशान था कि कैसे चिमणे दंपति ने अपनी ही बेटी पर ऐसी हैवानियत के साथ जुल्म किए. पोस्टमार्टम के बाद शव रिश्तेदारों को सौंपा गया और अंबाझरी घाट पर अंतिम संस्कार किया गया. यहां आरोपी भी मगरमच्छी आंसू बहाने पहुंचे थे.
प्रिया ने शंकर बाबा से मिलवाया
प्रिया कुछ वजहों से परेशान थी. ऐसे में उसकी मुलाकात झाड़-फूंक करने वाले शंकर बाबा से हुई. उसने कुछ टोने-टोटके किए. इसी दौरान रंजना और सिद्धार्थ ने भी प्रिया को बताया कि गुड़िया रात में अचानक नींद से जागकर कुछ बड़बड़ाती है. वह संस्कृत के श्लोक बोलती है. सिद्धार्थ का कामकाज भी ठीक नहीं चल रहा था. उन्हें लग रहा था कि किसी ने परिवार पर जादू-टोना किया है. प्रिया ने उन्हें शंकर बाबा से मिलने को कहा. करीब डेढ़ महीने पहले उनकी मुलाकात शंकर से करवाई. शंकर ने उन्हें विक्तु बाबा को पुष्प चढ़ाने को कहा. साथ ही कुछ टोटके भी बताए. 28 जुलाई को अमावस के दिन शंकर ने उन्हें टाकलघाट स्थित विक्तु बाबा के मठ में बुलाया. वहां कुछ पूजा-पाठ की गई. इसके बाद शंकर उन्हें घर पर ही कुछ टोटके करने को बोलता था. चिमणे दंपति को लग रहा था कि गुड़िया पर किसी बुरी आत्मा का साया है और उसे भगाने के लिए ही मासूम बच्ची को यातनाएं दी जा रही थीं.
दोनों बच्चे पहुंचे सुधार गृह
शंकर ने पूरे परिवार को इस कदर प्रभावित कर दिया था कि हर कोई परेशानियों के लिए गुड़िया को ही जिम्मेदार मानने लगा था. इसमें सिद्धार्थ की 13 वर्ष की बच्ची और प्रिया का 14 वर्षीय बेटा भी शामिल हो गए. आरोपियों ने गुड़िया पर अत्याचार करते समय मोबाइल पर वीडियो भी रिकॉर्ड किया था. इसमें दोनों भी गुड़िया को पीटते दिखाई दे रहे हैं. इन दोनों बच्चों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया. रविवार को न्यायालय में पेशी के बाद दोनों को अलग-अलग सुधार गृह में भेजा गया.
नवभारत.कॉम
Rani Sahu

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