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वणी : दिंडोरी तहसील (Dindori Tehsil) के तलेगांव दिंडोरी में नकली कीटनाशक (Fake Pesticides) का भंडार कृषि विभाग (Agriculture Department) के पथक ने जब्त किया है। दिंडोरी पुलिस स्टेशन (Dindori Police Station) में इस मामले में अपराध दर्ज गुन्हा किया गया है। तलेगांव दिंडोरी में नंदिनी किचन अप्लिकेशन प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी में नकली कीटनाशकों का भंडार होने की जानकारी गोपनीय सूत्रों से कृषि विभाग को मिली थी। इस जानकारी के बाद विभागीय कृषि संचालक नासिक मोहन वाघ के आदेश पर कृषि विभाग के पथक ने जिला कृषि अधिकारी सोनवणे, तकनीकी आधिकारी संजय शेवाले और नीतेन्द्र पानपाटील (विभागीय गुणवत्ता नियंत्रक नाशिक) के मार्गदर्शन में जिला गुणवत्ता नियंत्रण निरीक्षक अभिजीत घुमरे ने उक्त कार्रवाई की।
जिला भरारी पथक ने नकली कीटनाशक का 295 लीटर का भंडार जप्त किया है। कृषि अधिकारी दीपक साबले और पथक के अधिकारियों की ओर से की गई इस कार्रवाई के बाद जिला गुणवत्ता नियंत्रण निरीक्षक ने दीपक अग्रवाल के विरोध में कीटनाशक कानून के नियम 1971, पर्यावरण संरक्षण कानून 1986 के अंतर्गत दिंडोरी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई। दिंडोरी पुलिस ने अग्रवाल के विरोध में अपराध दर्ज कराया है। मामले की जांच पुलिस निरीक्षक प्रमोद वाघ रहे हैं। दिंडोरी तहसील में अंगूर, प्याज, टमाटर मुख्य नगदी फलसें हैं। इन फसलों पर रोगों का प्रादुर्भाव न हो इसके लिए महंगे कीटनाशकों का छिड़काव किया जाता है। बाजार भाव से कम दर से प्राप्त होने वाले कीटनाशक खरीद कर किसान अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार रहे हैं।
अंधाधुंध किया जा रहा है नकली कीटनाशकों का काला कारोबार
बोगस कीटनाशकों को रोग प्रतिबंधक दवा के रूप में उपयोग में लाया जाता है, लेकिन इसका कोई अपेक्षित परिणाम सामने नहीं आता। कृषि विभाग ने जब इस बारे में अभियान चलाया तो यह बात सामने आई कि नकली कीटनाशकों की बिक्री का काला कारोबार धड़ल्ले से किया जा रहा है, इसके बाद कृषि विभाग सक्रिय हुआ और नकली कीटनाशक का कारोबार करने वालों के खिलाफ शिकंजा कसा।
सोर्स- नवभारत.कॉम
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