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महाराष्ट्र
चुनाव आयोग का निर्णय आश्चर्य करने वाली कोई बात नहीं - देवेंद्र फडणवीस
Rani Sahu
9 Oct 2022 1:29 PM GMT
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मुंबई। केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा शिवसेना का चुनाव चिन्ह धनुष-बाण फ्रिज किए जाने के बाद राज्य की राजनीति गरमा गई है.एक तरफ जहाँ विपक्षी दल कांग्रेस -राकांपा चुनाव आयोग के निर्णय को उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के खिलाफ बता रही है.वही सत्ताधारी दल भाजपा ने आयोग के निर्णय को सही ठहराया है.आयोग के निर्णय पर बोलते हुए राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने कहा कि शिवसेना को लेकर आयोग ने जो निर्णय दिया है उसमे आश्चर्य करने वाली कोई बात नहीं है क्योंकि पिछले 20 से 25 साल के भीतर चुनाव आयोग ने दो लोगो की लड़ाई में चुनाव चिन्ह को फ्रिज किया है.मुझे पूरा भरोसा है कि आयोग जब इस संबंध में अंतिम निर्णय देगा तो एकनाथ शिंदे के पक्ष में देगा। बिना नाम लिए उद्धव ठाकरे पर प्रहार करते हुए फडणवीस ने कहा कि आयोग के निर्णय को लेकर भाजपा पर आरोप लगाने वाली शिवसेना के नई पार्टी का नाम शरद पवार रखने की चर्चा है. पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर शिवसेना के 18 सांसद और 56 विधायक चुनकर आए थे. मोदी का नाम पूरे देश में चलता रहेगा इसके कोई रोक नहीं सकता
जिसका मुझे आशंका था वही हुआ -पवार
शिवसेना के चुनाव चिन्ह को लेकर केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा लिए गए निर्णय पर राकांपा प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है. पवार ने कहा कि मुझे जिस बात की आशंका थी आखिरकार आयोग ने वही निर्णय दिया। पिछले कुछ दिनों से राज्य में जिस तरह की राजनीति चल रही है.वह भविष्य के लिए ठीक नहीं है.उन्होंने कहा कि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि फैसला मेरिट के आधार पर लिए जाएंगे। लेकिन मेरा मन कह रहा था कि ऐसा होगा। अब अगर चुनाव का सामना करना है तो एक शक्तिशाली संगठन होना जरूरी है वो भी अंत तक लड़ाई लड़ेगा इसकी कोई गारंटी नहीं है, हमें चुनाव का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।"
शिवसेना की हम दो हमारे दो वाली हो जाएगी स्थिति - बावनकुले
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले (Chandrashekhar Bawankule) ने कहा कि शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे के कारण शिवसेना की आज यह स्थिति हुई है.अगर उध्दव ठाकरे ने सुधार नहीं किया तो आने वाले समय में शिवसेना में सिर्फ हम दो हमारे दो वाली स्थिति हो जाएगी।
धनुष -बाण के असली हकदार हम - दीपक केसरकर
शिवसेना का चुनाव चिन्ह फ्रिज होने के बाद एकनाथ शिंदे गुट के प्रवक्ता और राज्य के मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि उध्दव ठाकरे यही चाहते थे कि चुनाव चिन्ह फ्रिज हो जाए क्योंकि चुनाव में उन्हें सहानभूति मिल सके. चुनाव चिन्ह फ्रिज होने से शिंदे गुट का बड़ा नुकसान हुआ है क्योंकि उसके असली हकदार हम थे. रविवार को अपने सरकारी आवास रामटेक बंगले पर आयोजित पत्रकार परिषद को सम्बोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि शिवसेना का धनुष्यबाण हमें मिले इसके लिए हम आखिर तक लड़ेंगे. केसरकर ने कहा कि चुनाव चिन्ह फ्रिज होने के 24 घंटे अंदर ही उद्धव ठाकरे ने उनके चुनाव चिन्ह की सूची और एफिडेविट चुनाव आयोग को सौंप दी.इसका यही मतलब था कि उध्दव ठाकरे खुद चाहते थे की चुनाव चिन्ह फ्रिज हो जाए. मुख्यमंत्री रहते हुए . ढाई साल तक उद्धव ठाकरे ने कोई काम तो नहीं किया फिर जनता की सहानभूति जुटाकर ही उद्धव ठाकरे दल चलाना चाहते है,शिंदे गुट के प्रवक्ता ने बताया की चुनाव आयोग में उद्धव ठाकरे दल की तरफ से जो एफिडेविट भेजे गए है उनमें से कई एफिडेविट फर्जी निकले है जिसकी जांच मुंबई पुलिस कर रही है..अंधेरी पूर्व विधानसभा के होने जा रहे उपचुनाव में हमारी तरफ से उम्मीदवार होगा कि नहीं इसका फैसला सीएम शिंदे और देवेन्द्र फडणवीस मिलकर करेंगे...
सभी को पता है आयोग ने किस आधार पर दिया है निर्णय - अंबादास दानवे
विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे (Ambadas Danve) ने कहा की 'चुनाव आयोग ने शिवसेना के चुनाव चिन्ह को लेकर फैसला दिया है। उससे स्पष्ट होता है कि आयोग किस दबाव में काम कर रही है.
क्या इस निर्णय पर शिंदे गुट को कोई आपत्ति है. उन्होंने आरोप लगाया की भाजपा को उसे टक्कर देने वाली कोई राजनीतिक दल नहीं चाहिए।इसलिए चुनाव आयोग के जरिए भाजपा ने यह योजना बनाई है. दानवे ने कहा कि शिवसेना को कोई रोक नहीं सकता. उद्धव ठाकरे का नेतृत्व न केवल महाराष्ट्र में बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी एक शानदार है। इसलिए, ऐसा लगता है कि भाजपा ने उनकी पीठ में छुरा घोंपने का काम कुछ इस तरह किया है।एक गली का बच्चा भी बताएगा कि आयोग ने यह फैसला कैसे दिया।
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