महाराष्ट्र

अच्छी बरसात से जिले में पानी की समस्या हुई दूर

Rani Sahu
23 Sep 2022 2:14 PM GMT
अच्छी बरसात से जिले में पानी की समस्या हुई दूर
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अंबरनाथ : इस मानसून में शहरी क्षेत्र के साथ ही ग्रामीण हल्कों में हुई अच्छी बरसात (Barasat) और पिछले पंद्रह दिनों लगातार हुई मूसलाधार बारिश के चलते ठाणे जिले के अधिकांश शहरों में पानी की आपूर्ति करने वाले लगभग सभी बांधों (Dams) को भर दिया है। जिले के विभिन्न शहरों को जलापूर्ति करने वाले बारवी बांध में वर्तमान में 97 प्रतिशत पर्याप्त पानी है। पुणे के आंध्रा बांध (Andhra Dam) जिसमें से उल्हासनदी में पानी छोड़ा जाता है वह भी 97 प्रतिशत भरा हुआ है वहीं भातसा बांध में 99 फीसदी पानी होने से जिले की पानी की समस्या का समाधान तकरीबन हो गया है। इस साल जून के महीने बरसात कम हुई लेकिन जुलाई महीने की शुरुआत में बारिश अच्छी हुई, इससे ठाणे जिले में बाढ़ की स्थिति बन गई थी। लेकिन इसकी तीव्रता कम थी। बदलापुर से होकर बहने वाली उल्हासनदी का जलस्तर काफी बढ़ गया था। जबकि जिले के अधिकांश शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति करने वाले अंबरनाथ और मुरबाड तहसील की सीमा पर एमआईडीसी के बारवी बांध में पानी संतोषजनक था। बारवी बांध अपनी पूरी क्षमता से उफान पर था। उसके बाद अगस्त के महीने में बारिश ने कुछ देर के लिए विराम ले लिया। लेकिन सितंबर के महीने में बारिश फिर से लौट आई।
वर्तमान में बांध में 338.84 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी सितंबर के दूसरे सप्ताह से जिले में औसत से अधिक बारिश हुई है। इसलिए सितंबर के पूरे महीने की कसर केवल पंद्रह दिनों में ही पूरी कर ली। इस बारिश के कारण आंशिक रूप से खाली हो चुके जल स्रोत यानी बांध फिर से भर गए है। ठाणे, कल्याण-डोंबिवली, उल्हासनगर, मीरा-भायंदर, अंबरनाथ नगर पालिकाओं और ग्रामीण क्षेत्रों की जलापूर्ति के लिए महत्वपूर्ण बारवी बांध में 97 फीसदी जल संग्रहण था। वर्तमान में बांध में 338.84 मिलियन क्यूबिक मीटर जल संग्रहण है। पिछले साल इसका जल संग्रहण 95 प्रतिशत था। पुणे जिले का आंध्रा बांध से उल्हासनदी के लिए पानी छोड़ा जाता है। इसलिए जो उल्हासनदी बारहमासी बहती है, इस साल भी भर गई है। इस साल आंध्रा बांध में 97.42 फीसदी पानी रिकॉर्ड किया गया है। पिछले साल सितंबर महीने में इस बांध में केवल 78 फीसदी पानी जमा था। इससे आंध्रा बांध को भी संतोषजनक जल संग्रहण मिला है। शाहपुर के पास भातसा बांध में भी 99.52 फीसदी पानी था। यानी भातसा बांध भी भर गया है। इन जल स्रोतों के भरने से जिले की जल समस्या का समाधान हो गया है।
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