महाराष्ट्र

विधान परिषद और BMC चुनाव पर भी विवाद, ऐसे कैसे चलेगी भाजपा-शिंदे गुट की जोड़ी

Subhi
23 Aug 2022 3:28 AM GMT
विधान परिषद और BMC चुनाव पर भी विवाद, ऐसे कैसे चलेगी भाजपा-शिंदे गुट की जोड़ी
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महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिंदे गुट के बीच पिछले कई दिनों से खींचतान चल रही है। क्या यह रस्साकशी किसी भी नए गठबंधन के लिए सामान्य बात है या फिर आने वाले दिनों में दोनों गुटों में बात और बिगड़ सकती है। यह ऐसा सवाल है जिसका जवाब दे पाना महाराष्ट्र की राजनीति के जानकारों के लिए भी फिलहाल संभव नहीं दिखता है।

महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिंदे गुट के बीच पिछले कई दिनों से खींचतान चल रही है। क्या यह रस्साकशी किसी भी नए गठबंधन के लिए सामान्य बात है या फिर आने वाले दिनों में दोनों गुटों में बात और बिगड़ सकती है। यह ऐसा सवाल है जिसका जवाब दे पाना महाराष्ट्र की राजनीति के जानकारों के लिए भी फिलहाल संभव नहीं दिखता है।

इस गठबंधन में भले ही एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बने हों लेकिन भाजपा ही फ्रंट फूट से खेलती नजर आ रही है। महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने हाल ही में कहा था कि राज्य के अगले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस होंगे। इस बयान के एक दिन बाद ही बीजेपी ने बुलढाणा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। प्रताप जाधव फिलहाल यहां से सांसद हैं और शिंदे खेमे में आने वाले शिवसेना के 12 सांसदों में से एक हैं।

बुलढाणा लोकसभा सीट पर भाजपा-शिंदे गुट में विवाद

केंद्रीय श्रम मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव जल्द ही बुलढाणा निर्वाचन क्षेत्र का दौरा कर सकते हैं। बुलढाणा उन 16 निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है जिन पर भाजपा की विशेष नजर है। अगले लोकसभा चुनाव में 45 सीटों का टारगेट हासिल करने के लिए बीजेपी यहां से जीतना जरूरी मानती है। वहीं, शिंदे कैंप के नेताओं का मानना है कि बावनकुले ने उनसे बातचीत किए बिना ही बुलढाणा को लेकर इतनी बढ़ी घोषणा कर दी। ऐसे में गठबंधन के बीच बात बिगड़ भी सकती है।

विधान परिषद की सीटों के बंटवारे पर भी असहमति

राज्य में विधान परिषद की सीटों के बंटवारे को लेकर भी भाजपा और शिंद गुट में विवाद है। विधान परिषद की जिन 12 सीटों पर मुकाबला होना है, वहां बीजेपी शिंदे कैंप को केवल 2 सीटें ही ऑफर कर रही है। ऐसे में दोनों दलों के बीच अभी तक सहमति नहीं बन पाई है। इसी तरह आगामी नगर निगम चुनाव में भी सीट-शेयरिंग को लेकर बात फंसी हुई है। शिंदे की मांग है कि नगर निगम चुनावों में उसे कम से कम भाजपा के बराबर सीटें मिलें, अगर अधिक नहीं दे सकते तो। हालांकि ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है।

नगर निगम चुनाव में सीट-शेयरिंग का मसला फंसा

नगर निगम चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर भाजपा के मुंबई चीफ आशीष शेलार ने कुछ दिनों पहले ही बड़ा बयान दिया था। उन्होंने दावा किया कि मुंबई का अगल मेयर बीजेपी का होगा। निश्चित तौर पर यह बयान भी शिंदे गुट को आहत करने वाला था। हालांकि, सीएम शिंदे के नेतृत्व में अन्य नेताओं ने इस पर प्रतिक्रिया न देने का फैसला किया। साफ है कि भाजपा और शिंदे खेमे के नेता जिस तरह की बयानबाजियां कर रहे हैं और जिस तरह गठबंधन के बीच बात बिगड़ती दिख रही है... वह किसी बड़े उलटफेट का संकेत भी हो सकता है।


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