महाराष्ट्र

महाराष्ट्र को बदनाम करने की साजिश हुआ विफल

Rani Sahu
18 Jan 2023 4:51 PM GMT
महाराष्ट्र को बदनाम करने की साजिश हुआ विफल
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मुंबई। उद्योग क्षेत्र को लेकर राज्य की नकारात्मक प्रतिमा निर्माण करने की ठाकरे पिता-पुत्र की साजिश विफल हो गई है.सीएम शिंदे के नेतृत्व में दावोस में हुए विश्व आर्थिक सम्मेलन में महाराष्ट्र में निवेश के लिए जबरदस्त प्रतिसाद से यह बात स्पष्ट हो गई है। बुधवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए विधान परिषद के पूर्व विरोधी पक्ष नेता और विधायक प्रवीण दरेकर ने यह बात कही. प्रदेश की विपक्षी दल के नेताओ पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि सम्मेलन के पहले ही सत्र में महाराष्ट्र को 1.37 लाख करोड़ के औद्योगिक निवेश के समझौता ज्ञापन (एमओयू) हुआ है.राज्य में निवेश करने वाले उद्योग जगत के लोगो ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार पर यह विश्वास दिखाया है। पिछले साल मई महीने में हुए विश्व आर्थिक सम्मेलन में तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) नहीं गये जबकि आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) सम्मेलन में शामिल होने के बहाने स्विट्जरलैंड में पिकनिक मना रहे थे। इस प्रकार की टिप्पणी भी विधायक दरेकर (Praveen Darekar) ने की। महाराष्ट्र से उद्योग बाहर जा रहे हैं। इस प्रकार का झूठा प्रचार कर उद्धव और आदित्य ठाकरे ने शिंदे-फडणवीस सरकार के विरोध में झूठा प्रचार करने का अभियान छेड़ा व उद्योग विश्व में महाराष्ट्र की प्रतिमा मलिन करने का जानबूझकर प्रयत्न किया। परंतु ठाकरे परिवार के आरोप झूठ ने सिर्फ राजनीतिक निराशा के चलते किये जा रहे हैं। हर बार यह स्पष्ट हुआ है। अब दावोस सम्मेलन में महाराष्ट्र को मिले प्रतिसाद से ठाकरे पिता-पुत्र का महाराष्ट्र को बदनाम करने की साजिश का पर्दाफाश हुआ है. दरेकर ने कहा कि शिंदे-फडणवीस सरकार ने दुनिया भर के निवेशकों में महाराष्ट्र के बारे में फिर से विश्वास निर्माण किया है। रियायतों की गारंटी, वेगवान मंजूरी प्रतिक्रिया और गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचे की सुविधा सहित उद्योगों के सामने अड़चन निर्माण करने वाली प्रवृत्ति पर अंकुश लगाने का आश्वासन सरकार की ओर से दिये जाने पर राज्य में फिर से उद्योगों के अनुकूल माहौल निर्माण हुआ है। ठाकरे सरकार के कार्यकाल के दौरान उद्योग क्षेत्र के लिए निर्माण हुआ संकट अब टल गया है और विकास की रफ्तार नये जोश के साथ शुरू हुई है। जिसकी वजह से भविष्य में रोजगार, औद्योगिकीकरण, बुनियादी सुविधा और एक समृद्ध जीवन शैली का अनुभव महाराष्ट्र में मिलेगा। इस अवसर पर प्रदेश सचिव अखिलेश चौबे, मीडिया प्रमुख नवनाथ बन, प्रवक्ता आसिफ भामला भी उपस्थित थे।
Source : Hamara Mahanagar
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