महाराष्ट्र

शाह को चुनौती का मतलब सूरज पर थूकना

Rani Sahu
24 Sep 2022 4:19 PM GMT
शाह को चुनौती का मतलब सूरज पर थूकना
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मुंबई। गोरेगांव के नेस्‍को में शिवसेना गट प्रमुखों की बैठक में शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के संबोधन के बाद भाजपा की तरफ से उन्हें लगातार निशाने पर लिया जा रहा है। मुंबई भाजपा अध्यक्ष और विधायक आशीष शेलार (Ashish Shelar) ने कहा कि शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चुनौती देने से पहले खुद का आत्मचिंतन करना चाहिए। शाह को चुनौती देने का मतलब सूरज पर थूकने जैसा है। शेलार ने ताना मारते हुए कहा कि कौआ कभी भी हंस की चाल नहीं चल सकता।
यहां रंगशारदा में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में शेलार ने कहा कि अमित शाह को चुनौती देने के पहले ठाकरे को खुद का आत्मचिंतन करने की जरूरत है। अमित शाह को चुनौती देने से पहले उद्धव ठाकरे को आईने के सामने खड़े रहने की जरूरत है। उन्हें पता चल जाएगा कि आप जिसे चुनौती दे रहे हैं, उनकी ताकत के सामने आप कहां खड़े हुए हैं? खुद की ताकत पर आप महाराष्ट्र में सरकार बना सके? आप शिवसेना के 100 विधायक चुनकर लाए? 100 तो बहुत दूर की बात है, कभी 75 का आंकड़ा भी पार किया है? अमित शाह नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक बार नहीं दो बार 100 विधायक चुनकर लाए, उन्हें चुनौती देने का मतलब सूरज पर थूकने जैसा है। कौआ कभी भी हंस की चाल नहीं चल सकता। बता दें कि उद्धव ठाकरे ने अमित शाह को चुनौती देते हुए कहा था कि हिम्मत है तो महीने भर में बीएमसी और विधानसभा चुनाव कराकर दिखाएं। शेलार ने सवाल किया कि उद्धव ठाकरे पीएफआई और इस्लामी आतंकवादी संगठनों पर बोलने से क्यों बचते रहे? उन्होंने कहा कि आदित्य ठाकरे परियोजना विरोधी हैं। 300 जगह डांडिया-गरबा
शेलार ने कहा कि 49 जगहों पर भाजपा की तरफ से गरबा-डांडिया (garba-dandiya) का आयोजन किया जाएगा। साथ ही कई मंडलों को भाजपा ने पुरस्कृत किया है। 242 मंडलों में 300 जगहों पर भाजपा ''उदे गं अंबे उदे'' का जयघोष करेगी। इसके अलावा मुंबई भाजपा की तरफ से मुंबई में भव्य स्वरूप में 17 जगहों पर डांडिया-भोंडला का आयोजन किया जाएगा। इस जगहों पर डांडिया के जाने-माने कलाकार उपस्थित रहेंगे। उन्‍होंने कहा कि उपमुख्‍यमंत्री तथा गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस से निवेदन किया गया है कि पिछले दो साल बाद युवत-युवतियां डांडिया का आनंद लेंगे, ऐसे में कम से कम तीन दिनों के लिए डांडिया के 10 बजे की समय सीमा को देर रात 12 तक किया जाए। आने वाले दिनों में इस पर निर्णय होगा।
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