महाराष्ट्र

वर्धा से भाजपा सांसद की बहू बतौर निर्दलीय मैदान में उतरीं, परिवार पर साधा निशाना

Rani Sahu
11 April 2024 3:05 PM GMT
वर्धा से भाजपा सांसद की बहू बतौर निर्दलीय मैदान में उतरीं, परिवार पर साधा निशाना
x
वर्धा : वर्धा से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद रामदास तड़स को बड़ी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा, जब उनकी बहू ने गुरुवार को उनके परिवार पर उत्पीड़न, मारपीट और यातना देने का आरोप लगाया। वह लोकसभा चुनाव में निर्दलीय के रूप में उन्हें चुनौती दे रही हैं।
पूजा पंकज शेंद्रे-तड़स ने अपने 17 महीने के बेटे के साथ शिवसेना-यूबीटी की उपनेता सुषमा अंधारे के साथ आज दोपहर में एक मीडिया मीटिंग में तड़स परिवार के साथ रहते हुए तीन साल से अधिक समय से हो रही अपनी दुर्दशा के बारे में बताया।
उन्‍होंने तर्क दिया कि लगभग तीन साल पहले उनके पति पंकज आर.तड़स को बलात्कार के आरोप से बचाने के लिए उन्‍हें कथित तौर पर शादी के लिए मजबूर किया गया था। उसके बाद से उन्‍हें यातना दी गई, लोहे की छड़ से पीटा गया। जिस फ्लैट में वह रहती थीं, उससे बाहर फेंक दिया गया और यहां तक कि कई मौकों पर भोजन देने से इनकार भी किया गया।''
पूजा तड़स ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 अप्रैल को चुनाव प्रचार के लिए वर्धा आ रहे हैं। मेरी उनसे मिलने और देश की बेटी के रूप में न्याय की अपील करने की योजना है।"
तड़स परिवार द्वारा कथित तौर पर किए गए उत्पीड़न पर उन्‍होंने कहा कि उन्‍हें फ्लैट तक ही सीमित रखा गया और शारीरिक रूप से एक वस्तु की तरह "इस्तेमाल" किया गया। लेकिन बेटे के जन्म के बाद उनके पति ने उन्‍हें अस्वीकार कर दिया। पति और उनके ससुर रामदास तडस ने उनसे बच्चे का पितृत्व साबित करने के लिए डीएनए परीक्षण कराने के लिए कहा।
उन्होंने मांग की, "मैं इस तरह के दुर्व्यवहार, अपने बच्चे के डीएनए परीक्षण के नाम पर अपमान और अन्य प्रकार के उत्पीड़न से गुजर रही हूं... अगर एक सांसद के रूप में रामदास तड़स अपनी ही बहू को न्याय नहीं दे सकते, तो समाज के लोगों के लिए वह क्या करेंगे? मैं चाहती हूं कि मेरी मदद के लिए प्रधानमंत्री का हस्तक्षेप हो।''
पूजा तड़स ने दावा किया कि जब वह एक बार रामदास तड़स के घर गई थीं, तो उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया और लोहे की रॉड से उन पर हमला किया गया। जिस फ्लैट में वह रह रही थीं, उसे तड़स परिवार ने बेच दिया। उसके बाद उन्हें फ्लैट से बाहर निकाल दिया गया। उनके पास रहने के लिए कोई जगह नहीं थी।
रामदास तड़स जीत की हैट्रिक लगाने के लिए लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। उन्‍होंने बहू के सभी आरोपों को नकारते हुए कहा : "मेरा अपने बेटे (पंकज) या उसकी पत्‍नी (पूजा) के साथ कोई संबंध नहीं है, वे मेरे साथ नहीं रहते। उन्होंने मुझे बताए बिना शादी कर ली।"
पूजा तड़स ने इसका प्रतिवाद करते हुए पूछा कि यदि उन्होंने अपने बेटे (पंकज) को अस्वीकार कर दिया है, तो वह अभी भी तडस के घर में क्यों रह रहे हैं, जबकि उन्हें छोटे बच्‍चे के साथ बाहर निकाल दिया है?
हस्तक्षेप करते हुए सुषमा अंधारे ने कहा कि भाजपा महिला आरक्षण और सशक्‍तीकरण, मोदी परिवार जैसी चीजों की बात करती है, फिर भाजपा परिवार के एक परिवार के सदस्य की बेटी और बच्चे को न्याय से वंचित क्यों किया जा रहा है?
रामदास तड़स ने कहा कि उनके बेटे की शादी का मुद्दा बहुत पुराना है, लेकिन विपक्षी दलों द्वारा लोकसभा चुनाव में राजनीतिक लाभ उठाने के लिए अब इसे उठाया जा रहा है। उनके बेटे पंकज तड़स ने दावा किया कि उन्हें पूरे मामले में "हनी-ट्रैप" में फंसाया गया था और विभिन्न पहलुओं पर आधा दर्जन पुलिस और अदालती मामले लंबित हैं, जिसमें तलाक का मामला भी शामिल है, जिसमें उनकी अलग रह रहीं पत्‍नी सहयोग नहीं कर रही हैं।
यह मुद्दा दो साल पहले सार्वजनिक डोमेन में तब उछला था, जब महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने एक वीडियो ट्वीट किया और पुलिस ने पूजा तड़स को सुरक्षा प्रदान की थी।
पंकज तड़स ने आरोप लगाया कि चुनाव से ठीक पहले दो राजनेता उनके पिता को बदनाम करने में शामिल थे। इस तरह के प्रयास 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भी किए गए थे और यहां तक कि ताजा मामला भी उनके पिता (रामदास तड़स) की छवि खराब करने के लिए विपक्षी दलों की साजिश है। पूजा तड़स ने अपने ससुर के खिलाफ वर्धा लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्‍याशी के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला किया है। सुषमा अंधारे ने कहा कि वह न्याय के लिए रो रही एक व्यथित महिला का समर्थन करेंगी।
--आईएएनएस
Next Story