महाराष्ट्र

उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका, बाल ठाकरे के पोते की एकनाथ शिंदे गुट में एंट्री

HARRY
29 July 2022 4:39 PM GMT
उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका, बाल ठाकरे के पोते की एकनाथ शिंदे गुट में एंट्री
x
पढ़े पूरी खबर

महाराष्ट्र में शिवसेना पर कब्जा करने के बाद अब एकनाथ शिंदे ठाकरे परिवार को अपने खेमे में लेने की जुगत में हैं. इस कड़ी में उन्होंने शुक्रवार को ठाकरे परिवार के सदस्य निहार ठाकरे से मुलाकात की. इस मौके पर निहार ठाकरे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को समर्थन देने का वादा किया. निहार ठाकरे दिवंगत बिंदुमाधव ठाकरे के पुत्र हैं जो शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे के सबसे बड़े बेटे थे. इस तरह से वह पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के भतीजे और राज्य के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे के चचेरे भाई हैं.

शिंदे के नेतृत्व में करेंगे राजनीति
निहार ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी के नेता हर्षवर्धन पाटिल की बेटी अंकिता से शादी की है और शिंदे के नेतृत्व में अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत करने की संभावना तलाश रहे हैं.निहार ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी के नेता हर्षवर्धन पाटिल की बेटी अंकिता से शादी की है और शिंदे के नेतृत्व में अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत करने की संभावना तलाश रहे हैं. मुख्यमंत्री शिंदे के कार्यालय से जारी बयान में कहा गया कि निहार ठाकरे इस मुलाकात के बाद अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत मुख्यमंत्री के नेतृत्व में करेंगे. निहार ठाकरे अब तक राजनीति से दूर रहे हैं. लेकिन अब उन्हें आदित्य ठाकरे की काट के तौर पर देखा जा रहा है क्योंकि वह भी शिंदे गुट के युवा शिवसैनिकों का चेहरा हो सकते हैं.
इससे पहले बाल ठाकरे की बहू और फिल्म निर्माता स्मिता ठाकरे ने शिंदे से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद स्मिता ने शिंदे को पुराना शिवसैनिक बताया था. स्मिता ठाकरे, शिंदे से मिलने वाली ठाकरे परिवार की पहली सदस्य थीं. यह मुलाकात दक्षिण मुंबई के सरकारी गेस्ट हाउस में थी, जिसके बाद स्मिता ने कहा कि एकनाथ शिंदे एक पुराने शिवसैनिक हैं जो मुख्यमंत्री बन गए हैं. हालांकि उन्होंने इसे सिर्फ एक शिष्टाचार मुलाकात बताया था.
ठाकरे की बहू ने भी की थी मुलाकात
स्मिता ठाकरे एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं और राजनीति में नहीं हैं. वह बाल ठाकरे के बेटे जयदेव ठाकरे की पत्नी हैं. एकनाथ शिंदे ने पिछले महीने शिवसेना के करीब 40 विधायकों के साथ पार्टी के खिलाफ बगावत कर दी थी. उन्होंने 30 जून को बीजेपी के समर्थन से राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और इस सरकार में देवेंद्र फडणवीस को डिप्टी सीएम बनाया गया है.
Next Story