महाराष्ट्र

आर्यन केस: प्रभाकर को मिल रहा है फ्लैट और पैसा, किरण गोसावी ने किया दावा

Nilmani Pal
26 Oct 2021 2:07 PM GMT
आर्यन केस: प्रभाकर को मिल रहा है फ्लैट और पैसा, किरण गोसावी ने किया दावा
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मुंबई क्रूज ड्रग्स केस में छापेमारी के बाद आर्यन खान का हाथ पकड़कर ले जाने वाला एनसीबी का विवादित गवाह किरण गोसावी अब सफाई पेश कर रहा है. उसने आजतक से खास बातचीत करते हुए कहा कि उसे लगातार धमकियां मिल रही हैं. इसलिए वो पुराने केस में सरेंडर करना चाहता है. बता दें कि धोखाधड़ी के एक पुराने मामले में गोसावी के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी हुआ है. पुणे पुलिस के वॉन्टेड और एनसीबी के खास गवाह किरण गोसावी ने आजतक से बातचीत करते हुए कहा कि उसका फोन बंद इसलिए था, क्योंकि 3 से 6 तारीख तक उसे धमकी भरे फोन आते रहे हैं. उसे जिंदा नहीं रहने देंगे, इस तरह के फोन कॉल्स आए हैं. जब पुणे में 6 तारीख को उसके खिलाफ एक पुराना केस ओपन हुआ. तब उसे पता चला कि 420 का केस ओपन हुआ है. उसी केस के सिलसिले में जब वो पुणे जा रहा था, तब उसे एक फोन आया.

गोसावी के मुताबिक फोन पर उसे बोला गया कि तुम अरेस्ट भी हो जाओगे, तब भी तुमको हेल्प नहीं मिलेगी. तुम को छोड़ेंगे नहीं. पुलिस स्टेशन पर सरेंडर होने का भी कोई मतलब नहीं था. वहां भी प्रॉब्लम है. अपने आप को बचाने के लिए वह छुप गया. उसका कहना है कि 8 से 10 लोगों के फोन आ रहे हैं. कोई बोल रहा है कि इतना तो कोई बोला उतना. कोई बोल रहा है कि आपने आर्यन को फंसाया है. किरण गोसावी का कहना है कि जो भी उसने लिख कर दिया है, वो सारी चीजें में वो कोर्ट में बोलेगा. उसने बताया कि पुणे में उसके खिलाफ एक केस चल रहा है. उसी केस में वह सरेंडर होना चाहता है. उसी केस में उसके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी हुआ है. उसके मुताबिक यह 4 साल पुराना केस है. जिसे ओपन किया गया. लेकिन फिर भी उसे कोई दिक्कत नहीं है.

किरण गोसावी का दावा है कि उसके बॉडीगार्ड रहे प्रभाकर सेल जो भी बातें की हैं, जिनमें पच्चीस करोड़ और कुछ फ्लाइट संबंधी बातें भी हैं. उसमें कोई बात भी सच नहीं है. उसने कहा कि प्रभाकर का मोबाइल लोकेशन और उसका कॉल रिकॉर्ड चेक किया जाए. जो दलीलें उसने दी हैं. उसकी जांच की जाए. उसने आरोप लगाया है कि उसके साथ दो भाई थे, जो जबरदस्ती वीडियो शूट करा रहे हैं. इनके पास भी ऑफर आया है. आरोपी गोसावी ने दावा करते हुए कहा कि इस काम के लिए प्रभाकर को एक फ्लैट नवाब मलिक से मिल रहा है. कुछ पैसे भी मिल रहे हैं. कुछ पैसों का हवाला शोलापुर में भी हुआ है. उसने कहा कि उसकी सेल्फी आने से उसका नाम सामने आया है. उसी के बाद से उसे काफी टॉर्चर वाले फोन आ रहे थे. फोन पर कहा गया कि अगर तुम ने गवाही दी तो यह करेंगे वो करेंगे. कुछ ऑफर वाले फोन कॉल्स भी आए.

गोसावी ने कहा कि जब वो पुलिस स्टेशन में सरेंडर हो रहा था, तब वो डर गया था. यह बात भी लोगों को पता है कि वो सरेंडर कर रहा था. उसका कहना है कि उसके कॉल रिकॉर्ड और फोन ट्रेस किए जा रहे थे. इसलिए मैंने फोन स्विच ऑफ कर दिया था. मैंने अपने आप को हाइड कर लिया. मैं महाराष्ट्र में था. उसके बाद लखनऊ तक पहुंचा. वह अब बाई रोड, ट्रेन या बस से महाराष्ट्र नहीं जा सकता. इसलिए जो भी नजदीक का पुलिस स्टेशन है, वहां जाकर सरेंडर करना चाहता है. क्रूज पर पार्टी के दौरान क्या हो रहा था? इस सवाल के जवाब में गोसावी ने कहा कि बड़े लोगों की पार्टी में जो होता है, वही हो रहा था. जैसे नैकेड डांस हो रहा था. ड्रग्स चल रही थी. गोलियां भी थी वहां काफी सारी. गोसवी के मुताबिक उसने एनसीबी को कॉल किया था कि उसे धमकी भरे कॉल आ रहे हैं, लेकिन उस समय उन्होंने इस बात पर कोई ध्यान नहीं दिया. इसके बाद भी पुणे में उसने कशिश थी लेकिन उसे वहां से कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला.

गोसावी ने बताया कि इस मामले में काफी सारे लोग शामिल हैं. 10 कड़ी खुली हैं. अभी 90 कड़ियां खुलना बाकी हैं. समीर वानखेड़े और कड़ियां खोलने की कोशिश कर रहे हैं. गोसावी का दावा है कि नवाब मलिक के जरिए कुछ पैसे प्रभाकर सेल को दिए गए हैं. इसमें उनके बड़े और छोटे भाई शामिल हैं. इसमें उनको 2 बीएचके का फ्लैट मिलने वाला है. उसने कहा कि उस पर और समीर वानखेड़े पर अगर कोई बात आती है तो उनके साथ-साथ दूसरे लोगों की जांच भी की जानी चाहिए. गोसवी ने कहा कि वो अपने साथ अपने फोन को भी सरेंडर करेगा. ताकि सारे तथ्य सामने आ जाएं. गोसावी ने दावा कि वो बीजेपी से नहीं है. वो किसी भी पार्टी से नहीं है. सरकार की मदद करना ही उसका काम है. इस केस में दबाव क्यों बनाया जा रहा है, यह समझा जा सकता है. यह दबाव इन्वेस्टिगेशन को रोकने के लिए बनाया जा रहा है.

किरण गोसावी का कहना है कि वह किसी का नाम तो नहीं लेगा लेकिन जांच में सब ओपन हो जाएगा. उसका कहना है कि वह पुणे पुलिस के पास जाना चाहता है. वो सोच रहा है कि उसे यहां से सही सलामत लेकर जाया जाए. उसके खिलाफ जो केस चल रहा है, वो जिस डिपार्टमेंट का है, वही आगे की कार्रवाई करे. उसने बताया कि वो मड़ियाओं पुलिस स्टेशन जा रहा है. वहां अपने आप को सरेंडर करेगा. गोसावी का कहना है कि वह ओपन नहीं घूम सकता. उसे डर है कि उसकी किडनैपिंग हो सकती है. इसके बाद उससे कुछ अलग बातें बुलवाई जा सकती हैं. उसका कहना है कि वह मरने से नहीं डरता है. इसी लिए सरेंडर करेगा.

सोर्स न्यूज़ - आज तक

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