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महाराष्ट्र
चंद्रकांत पाटिल के बयान को लेकर अजीत पवार ने कसा तंज, कही ये बात
Rani Sahu
8 Oct 2022 1:08 PM GMT

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पिंपरी: बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्य सरकार के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल (Chandrakant Patil) ने हालिया एक विवादित बयान दिया, जिसके चलते उन पर चहुंओर से टीका-टिप्पणी की जा रही है। इस बयान में उन्होंने माता-पिता से गालीगलौज करें, कोल्हापुर में तो मां की गाली देने की परंपरा भी है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) को लेकर कोई अभद्र टिप्पणी न करने की सलाह दी थी। पाटिल के इस बयान की विधानसभा में विरोधी पक्षनेता अजीत पवार (Ajit Pawar) ने तंज कसा है और उनके बयान को पाटिल की 'विनाशकाले विपरीत बुद्धि' बताया। पिंपरी-चिंचवड शहर में हाउसिंग सोसाइटियों की विभिन्न समस्याओं और शहर के लंबित मसलों पर पूर्व उपमुख्यमंत्री पवार ने महानगरपालिका कमिश्नर शेखर सिंह के साथ चर्चा की। करीबन एक घंटे से अधिक की मैराथन चर्चा के बाद संवाददाताओं के साथ की गई बातचीत में उन्होंने चंद्रकांत पाटिल के बयान की निंदा करते हुए कहा कि किसी संवैधानिक पद पर रहने के बाद इस प्रकार का बयान देना गलत है। चंद्रकांत पाटिल के इस बयान से वे संस्कारी है या नहीं, यह शंका उपस्थित होती है। अपने माता-पिता को लेकर इस तरह का बयान देना यानी 'विनाशकाले विपरीत बुद्धि' है। महानगरपालिका मुख्यालय में हुए इस संवाददाता सम्मेलन में विधायक अण्णा बनसोडे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के शहर अध्यक्ष अजीत गव्हाणे, पूर्व महापौर योगेश बहल, संजोग वाघेरे, मंगला कदम, पूर्व नगरसेवक नाना काटे, मयूर कलाटे, राजेंद्र जगताप, प्रसाद शेट्टी, अतुल शितोले, प्रशांत शितोले, राज बनसोडे के साथ ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अन्य पूर्व नगरसेवक, पदाधिकारी उपस्थित थे।
महानगरपालिका चुनाव नहीं कराना चाहती राज्य सरकार एक सवाल के जवाब में अजीत पवार ने अधर में लटके स्थानीय निकायों के चुनाव पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार फिलहाल स्थानीय निकाय चुनाव कराने के मूड में नहीं है। वे किसी भी कीमत पर चुनाव में देरी करना चाहते हैं। कई महानगरपालिकाओं, मनपाओं का कार्यकाल समाप्त हो गया है। कार्यकाल समाप्त होने के बाद उस स्थान पर प्रशासन को कितने दिनों तक रखा जा सकता है, इसकी भी सीमा है। अब तो कोरोना भी खत्म हो गया है। आप मुंबई में विधानसभा का उपचुनाव करा सकते हैं, हालिया ग्राम पंचायत, सरपंच, नगर पंचायत के चुनाव भी कराए गए। फिर लेकिन यह तथ्य स्पष्ट है कि राज्य सरकार महानगरपालिका चुनाव नहीं कराना चाहती है। वर्तमान में इच्छुक उम्मीदवारों का खर्च भी बड़े पैमाने पर बढ़ रहा है। अजीत पवार ने यह भी सलाह दी कि वे अब खर्च पर कुछ संयम रखें।
शिंदे-फडणवीस सरकार से और कोई उम्मीद नहीं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार के घर पर हमला करने वाले एसटी कर्मचारियों का निलंबन रद्द करने का फैसला किया है। इस बारे में पूछे जाने पर अजीत पवार ने कहा कि शिंदे-फडणवीस सरकार से और कोई उम्मीद नहीं है। नासिक में हुए भीषण हादसे की गहन जांच की मांग करते हुए पवार ने कहा कि राज्य सरकार ने हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों को पांच लाख रुपए की सहायता देने की घोषणा की है। एक तरफ दहीहांडी के गोविंदा को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जा रही है, वहीं दूसरी ओर भयानक हादसों में मरने वाले नागरिकों को मामूली आर्थिक मदद की घोषणा की गई। वित्तीय सहायता में इस तरह के भेदभाव को गलत बताते हुए पवार ने नासिक दुर्घटना के मृत और घायल नागरिकों को अधिकतम वित्तीय सहायता देने की मांग की।
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