महाराष्ट्र

गणेश मूर्ति विसर्जन के लिए बनाए जाएंगे 60 कृत्रिम तालाब

Rani Sahu
11 Aug 2022 1:16 PM GMT
गणेश मूर्ति विसर्जन के लिए बनाए जाएंगे 60 कृत्रिम तालाब
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दिनों दिन बढ़ते प्रदूषण के संदर्भ में नाशिक महानगरपालिका प्रशासन (Nashik Municipal Administration) सतर्क हो गया है
नाशिक : दिनों दिन बढ़ते प्रदूषण के संदर्भ में नाशिक महानगरपालिका प्रशासन (Nashik Municipal Administration) सतर्क हो गया है। नदी में होने वाले प्रदूषण (Pollution) को रोकने के लिए नाशिक महानगरपालिका की ओर से गणेश मूर्तियों (Ganesh Idols) के विसर्जन (Immersion) के लिए 60 कृत्रिम तालाब (Artificial Pond) और 55 संकलन केंद्रों का निर्णय किए जाने को हरी झंडी दिखायी गई है।
पिछले वर्ष शहर में 50 कृत्रिम तालाब और 50 मूर्ति संग्रह केंद्र बनाए गए थे। पिछले कुछ वर्षों से नाशिक महानगरपालिका की ओर गणेश प्रतिमाओं को कृत्रिम तालाबों में विसर्जित किया जाता है। इसके पीछे का उद्देश्य यह है कि पवित्र गोदावरी और क्षेत्र की नदियों के प्रदूषित होने रोका जा सके। गणेशोत्सव को लेकर नाशिक महानगरपालिका ने तैयारी शुरू कर दी है।
राज्य सरकार ने त्योहार के लिए कोविड प्रतिबंध हटाया
पिछले वर्ष गणेशोत्सव के दौरान, कोविड-19 के प्रकोप के कारण गणेशोत्सव पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, हर जगह पाबंदी थी, लेकिन इस वर्ष कोविड की स्थिति नियंत्रण में होने से गणेश भक्त भी खुश हैं। राज्य सरकार ने आगामी त्योहार के लिए सभी कोविड प्रतिबंध हटा दिए हैं, इसको लेकर नाशिक महानगरपालिका प्रशासन ने भी तैयारी शुरू कर दी है, उनके अनुसार, महामारी के दो वर्ष बाद, इसमें कोई शक नहीं है कि लोग इस वर्ष त्योहार को उत्साह के साथ मनाएंगे। हमारी योजना इस वर्ष कृत्रिम तालाबों की संख्या बढ़ाने की है, जबकि गणेश मूर्ति संग्रह केंद्रों में 10 प्रतिशत की वृद्धि की जाएगी।
नाशिक पूर्व, नाशिक पश्चिम, सातपुर, पंचवटी, सिडको और नाशिक रोड इन सभी छह संभागों में विभिन्न स्थानों पर कृत्रिम तालाबों का निर्माण नाशिक महानगरपालिका की ओर से जाएगा, इसलिए भक्त गणेश की मूर्तियों का विसर्जन कर सकते हैं। नाशिक महानगरपालिका ने लोगों को पर्यावरण हितैषी गणेश प्रतिमा स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया है। पर्यावरण के अनुकूल गणेशोत्सव के लिए जन जागरूकता पैदा करने के लिए नाशिक महानगरपालिका प्रशासन ने शहर में 12 गैर सरकारी संगठनों के साथ समझौता किया है। एनजीओ स्कूलों और विभिन्न अन्य स्थानों में छात्रों के लिए मिट्टी की गणेश प्रतिमा बनाने पर कार्यशालाओं का आयोजन करेगा, इसलिए नाशिक महानगरपालिका की ओर से पर्यावरण की दृष्टि से गणेश प्रतिमा स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है।
Rani Sahu

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