महाराष्ट्र

विसर्जन बंदोबस्त में जुटे 4,000 पुलिसकर्मी, हर जुलूस के साथ तैनात रहेंगे जवान

Rani Sahu
9 Sep 2022 3:56 PM GMT
विसर्जन बंदोबस्त में जुटे 4,000 पुलिसकर्मी, हर जुलूस के साथ तैनात रहेंगे जवान
x
नागपुर. इस बार गणेश विसर्जन को लेकर हाई कोर्ट ने कड़े निर्देश दिए हैं, इसीलिए प्रशासन को व्यवस्था करने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. घरेलू और 4 फुट से छोटी मूर्तियों का विसर्जन तो मनपा द्वारा शहरभर में तैयार किए गए कृत्रिम तालाबों में होगा लेकिन बड़ी मूर्तियों का विसर्जन या तो बहते पानी में या कोराडी में बनाए गए कृत्रिम तालाब में होगा. पहले फुटाला, गांधीसागर, सोनेगांव, नाईक तालाब में विसर्जन हो जाता था लेकिन इस वर्ष सभी सार्वजनिक मंडलों की बड़ी मूर्तियां कोराडी और ग्रामीण भागों की नदियों में विसर्जित होंगी. महानगरपालिका के साथ पुलिस विभाग ने भी कमर कस ली है.
सीपी अमितेश कुमार ने बताया कि सिटी पुलिस ने 4,000 कर्मचारी बंदोबस्त में लगाए हैं. ज्वाइंट सीपी अस्वती दोरजे, एडिश्नल सीपी नवीनचंद्र रेड्डी और नीवा जैन सहित शहर के सभी डीसीपी विसर्जन बंदोबस्त का मुआयना कर चुके हैं. कहीं कोई गड़बड़ न हो इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है. सभी गणेश मंडलों के साथ पुलिस की चर्चा हो चुकी है. मंडल का जुलूस कहां से कहां तक जाएगा. हर मंडल के जुलूस के साथ पुलिस जवान तैनात होंगे. मंडलों के वापस निर्धारित स्थान पर लौटने तक पुलिस साथ रहेगी. सभी मंडल के पदाधिकारियों से अपील की गई है कि पुलिस द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें. सिटी पुलिस के साथ 1,000 होमगार्ड और एसआरपीएफ की एक कंपनी तैनात रहेगी.
यातायात व्यवस्था पर ज्यादा ध्यान
विसर्जन के दौरान सबसे बड़ी समस्या यातायात की होगी, इसीलिए यातायात पुलिसकर्मी और बंदोबस्त में लगाए गए कर्मचारियों का आपस में समन्वय बहुत जरूरी है. आला अधिकारियों द्वारा सभी को अपनी-अपनी ड्यूटी से अवगत करवा दिया गया है. कोराडी में बड़ी मूर्तियों के विसर्जन के लिए बनाया गया तालाब कोराडी के नांदा फाटा के पास है. ऐसे में इस महामार्ग पर यातायात व्यवस्था संभालने में थोड़ी कठिनाई होगी, इसीलिए सभी विसर्जन जुलूस को सर्विस रोड से ही आगे भेजा जाएगा. पहले दिन 150 मंडलों द्वारा विसर्जन किया जाना है. नगर प्रशासन द्वारा तालाब परिसर में क्रेन लगाई गई है. 10 सितंबर को 172 और 11 सितंबर को 73 बड़ी मूर्तियों का कोराडी में विसर्जन किया जाना है, इसीलिए यहां 3 दिन तक पुलिस का बंदोबस्त रहेगा. शहर के 269 स्थानों पर 4 फुट से छोटी मूर्तियों के विसर्जन के लिए 492 कृत्रिम तालाब बनाए गए हैं. इन सभी स्थानों पर पुलिस तैनात रहेगी.
ग्रामीण पुलिस को भी सहयोग
कामठी के महादेव घाट और हिंगना की वेणा नदी में भी विसर्जन किया जाना है लेकिन यहां मूर्तियों की संख्या ज्यादा नहीं है. किले कोलार, माथनी और कन्हान में भी कुछ मंडल विसर्जन करने जा सकते हैं. सिटी पुलिस की टीम उनके साथ होगी. इसके लिए ग्रामीण पुलिस के साथ भी समन्वय किया जा रहा है. वहां बंदोबस्त तो ग्रामीण पुलिस का होगा लेकिन सिटी पुलिस का पूरा सहयोग मिलेगा.
किसी की भावना को ठेस न पहुंचाएं
सीपी ने सभी सार्वजनिक मंडलों के पदाधिकारियों और गणेश भक्तों से अपील की है कि शुक्रवार को विसर्जन के दौरान किसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का काम न करें. विशेषतौर पर युवा अति उत्साह में कोई ऐसा काम न करें कि पुलिस को कार्रवाई करनी पड़े. धूमधाम से बाप्पा का विसर्जन करें. कानून की मर्यादा का पालन करें. कहीं कोई अप्रिय घटना न हो इसका ख्याल रखना हर गणेश भक्त की भी जिम्मेदारी है. जुलूस में शामिल होने वाली महिलाओं और बच्चों का विशेष ख्याल रखने को कहा गया है.
Next Story