महाराष्ट्र

मुंबई में BA.4 के 3 और BA.5 का एक मरीज सामने आया, कोरोना के 1885 नए मरीज मिले

Rani Sahu
13 Jun 2022 3:21 PM GMT
मुंबई में BA.4 के 3 और BA.5 का एक मरीज सामने आया, कोरोना के 1885 नए मरीज मिले
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महाराष्ट्र समेत मुंबई में कोरोना के लगातार केस बढ़ रहे हैं. केंद्र सरकार तक महाराष्ट्र को लेकर चिंता जता चुकी है. सोमवार को मुंबई में ओमिक्रॉन (Omicron) के सब-वेरिएंट BA.4 के 3 और BA.5 का एक मरीज सामने आया है. मुंबई में बीते 24 घंटे में कोरोना के 1118 नए केस भी मिले हैं. इसके अलावा, राज्य में 1885 नए मरीज मिले हैं. एक मरीज की जान गई है.

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, मुंबई में ओमिकॉन सब-वेरिएंट BA.4 के 3 और BA.5 का एक मरीज सामने आया है. ये चारों मरीज कोरोनावायरस से ठीक हो गए हैं. लेकिन सावधानी बरतने की जरूरत है. बता दें कि ऑमिक्रॉन का सब वैरिएंट BA.4 और BA.5 बहुत तेजी से फैलता है. ऑमिक्रॉन की वजह से ही देश में कोरोना की तीसरी लहर आई थी.
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि कस्तूरबा अस्पताल की लैब की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई में BA.4 के तीन मरीज और BA.5 के एक मरीज होने की पुष्टि की है. चार मरीजों में से दो 11 साल की लड़कियां और दो पुरुष 40 से 60 साल के थे. विभाग ने कहा- ये सभी मरीज होम आइसोलेशन में ठीक हो गए हैं.
बता दें कि देश में 24 घंटे में कोरोना के 8,084 केस सामने आए हैं, इनमें से 36% से ज्यादा केस महाराष्ट्र के हैं. महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा कोरोना मुंबई में फैल रहा है. हालांकि, एक्सपर्ट का मानना है कि इससे घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि ज्यादातर मरीजों में बहुत हल्के लक्षण हैं और मौतों की संख्या भी स्थिर है.
एक्सपर्ट का कहना है कि मरीजों का इलाज पैरासिटामोल से किया जा रहा है. उन्हें रेमडेसिविर देने की जरूरत नहीं पड़ रही है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, मई में महाराष्ट्र में कोरोना के 9,354 मामले सामने आए थे, जिनमें से 5,980 केस मुंबई में मिले थे. मई में 17 मरीजों की मौत भी हुई थी. वहीं, 1 से लेकर 12 जून के बीच महाराष्ट्र में 23,941 संक्रमित सामने आ चुके हैं, जिनमें से 14,945 अकेले मुंबई में मिले हैं. इस महीने 12 मौतें भी हो चुकीं हैं.
ये कोरोना की 'हल्की लहर' है मुंबई स्थित ग्लोबल हॉस्पिटल में सीनियर कंसल्टेंट डॉ. मंजुषा अग्रवाल ने न्यूज एजेंसी को बताया कि नई लहर में मरीज 48 से 72 घंटे में ठीक हो जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि किसी भी मरीज को रेमडेसिविर की जरूरत नहीं पड़ रही है. मरीजों को कोई बड़ी समस्या भी नहीं रही है, जो बताता है कि वैक्सीन असरदार साबित हुई है.
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