महाराष्ट्र

गंगापुर बांध से छोड़ा गया 1500 क्यूसेक पानी

Rani Sahu
17 Aug 2022 10:40 AM GMT
गंगापुर बांध से छोड़ा गया 1500 क्यूसेक पानी
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पिछले कुछ दिनों से शहर में झमाझम बारिश हो रही है
नाशिक : पिछले कुछ दिनों से शहर में झमाझम बारिश हो रही है। इगतपुरी (Igatpuri), त्र्यंबकेश्वर (Trimbakeshwar) सहित अन्य कुछ तहसील में भी जोरदार बारिश (Rain) हो रही है। इसके चलते गंगापुर बांध (Gangapur Dam) से पानी छोड़ा जा रहा है। दारणा सहित अन्य बांधों से भी चरण-चरण में पानी का विसर्ग बढ़ाया गया है। इसके बाद गोदावरी सहित अन्य नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ सदृश्य स्थिति निर्माण हुई है। नदी तट के नागरिकों को सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है। शहर में दिनभर 18 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। जिले में पिछले दो दिनों से बारिश का जोर बढ़ गया है।
बांधों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा
विशेष रूप से पालखेड और गंगापुर बांध समूह के पाणलोट क्षेत्र के रूप में पहचाने जाने वाले इगतपुरी, त्र्यंबकेश्वर, पेठ, सुरगाणा, दिंडोरी आदि तहसीलों में पिछले दो दिनों से जोरदार बारिश हो रही है। इसके चलते बांधें का जल स्तर बढ़ रहा है। सितंबर तक बारिश का सत्र शुरू होने से बांधों का जलस्तर नियंत्रित रखना आवश्यक है। इसलिए गंगापुर बांध से पानी का विसर्ग किया जा रहा है। गंगापुर बांध से मंगलवार दोपहर को 1 हजार तो देर शाम को 1500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। बारिश का जोर कायम होने से बुधवार सुबह 6 बजे से 3 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इगतपुरी तहसील में बारिश का जोर कायम होने से बांधों का जलस्तर तेज रफ्तार से बढ़ रहा है। इसलिए दारणा बांध से कुछ ही घंटों में दो गुणा पानी का विसर्ग बढ़ाया गया है। मंगलवार देर शाम 7 बजे दारणा बांध से 5 हजार 708 क्युसेक पानी का विसर्ग शुरू किया गया। देर शाम को 10 हजार 202 क्युसेक पानी का विसर्ग छोड़ा गया। पालखेड बांध के पाणलोट क्षेत्र में भी बारिश का प्रतिशत अधिक है।
इसलिए कादवा नदीपात्र में किए जा रहे पानी विसर्ग 11 हजार 718 से 14 हजार 638 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। पालखेड बांध के नीचे पाराशरी और नेत्रावती इन नदी और छोटे नालों का पानी कादवा नदी में मिलने से निफाड तहसील के रौलस पिंपरी स्थित पुल पानी के नीचे जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है। इसलिए इस पुल की यातायात बंद की गई है। करंजवण बांध के पाणलोट क्षेत्र में बारिश का जोर अधिक है। इसलिए करंजवण बांध से कादवा नदी में 8 हजार 145 क्युसेक विसर्ग किया गया है। इसके बाद फरशी पूल, ओझे-करंजवण, लखमापुर-म्हेलुस्के को जोड़ने वाला पुल पानी के नीचे जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
बांधों से शुरू विसर्ग (क्युसेक्स)
दारणा – 10202
मुकणे – 1520
कडवा – 2250
वालदेवी – 183
गंगापुर – 1514
आलंदी – 30
भोजापूर – 190
पालखेड – 17366
होलकर पुल – 2430
नांदूरमध्यमेश्वर – ३६७३१

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Rani Sahu

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