- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- 'वीकेंड लॉकडाउन' का तो...
'वीकेंड लॉकडाउन' का तो पता नहीं, लेकिन शादी समाहरो और शव यात्रा में कुछ ही लोग हों पाएंगे शामिल
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच सुरक्षा और सतर्कता को लेकर तैयारियां तेज हो गई है। जिला क्राइसिस कमेटी ने आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध के बजाय आंशिक पाबंदियां लगाने का सुझाव दिया है। मंगलवार को हुई बैठक में सर्वसम्मति से कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जिन पर अंतिम फैसला प्रशासन के स्तर पर होगा। इसमें तय किया गया कि भीड़ भरे आयोजनों पर सख्ती से रोक लगाई जाए। वहीं शादियों में 200 और शवयात्रा में 50 लोगों ही शामिल हों। कोचिंग भी 50 प्रतिशत क्षमता से चले।
वीकेंड लॉकडाउन की जरूरत नहीं
रेसीडेंसी कोठी पर हुई बैठक में अफसरों की मंशा वीकेंड लॉकडाउन जैसी सख्ती की थी। लेकिन, जनप्रतिनिधियों ने स्पष्ट कर दिया फिलहाल ऐसी स्थिति नहीं हैं कि बाजार बंद किए जाएं। संक्रमण सामान्य इलाज से अच्छा हो रहा है। इसलिए प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग इसे जल्दी चिह्नित कर इलाज की सुविधाएं बढ़ाएं। बैठक में सांसद शंकर लालवानी, विधायक महेन्द्र हार्डिया, जयपाल सिंह चावड़ा अदि थे।
319 नए के मिले, एक मौत
शहर में मंगलवार रात कोरोना के 319 नए केस सामने आए। एक मौत भी दर्ज की गई। संक्रमण दर 2.5% बढ़कर 3.91 प्रतिशत पर पहुंच गई है। कुल 8,149 लोगों की जांच की गई। इसमें से 319 पॉजिटिव और 15 रिपिट पॉजिटिव निकले। शहर में कोरोना से मौतों का आंकड़ा 1397 पर पहुंच गया। कुल संक्रमित एक लाख 54,437 हो चुके हैं। संक्रमण में तेजी का कारण ओमिक्रॉन के साथ डेल्टा वैरिएंट को माना जा रहा है।
ये निर्णय भी लिए गए
- उठावने चलित या प्रतिबंधित किए जाएं।
- कोचिंग क्लासेस 50% क्षमता से चले।
- भीड़ भरे आयोजनों को सख्ती से रोकें।
- धरना प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जाए।
जानिए क्या हैं आकड़े
मध्य प्रदेश में 24 घंटे में 594 कोरोना केस मिले हैं। एक्टिव केस बढ़कर 1544 हो गए हैं। संक्रमण दर 1% पर आ गई। इंदौर में 1 मौत भी रिपोर्ट हुई है। जबलपुर में भी कोविड सस्पेक्टेड वार्ड में एडमिट दो मरीजों की मौत हुई है, लेकिन प्रशासन का दावा है कि दोनों की रिपोर्ट निगेटिव थी। ACS पशुपाल जेएन कंसोटिया, पत्नी और बेटी समेत संक्रमित मिले हैं। वह मंगलवार को कैबिनेट बैठक में शामिल थे। मंत्री गोविंद सिंह राजपूत फिर संक्रमित हो गए हैं। वह सागर में हैं। इससे पहले वह अप्रैल में भी संक्रमित हुए थे। इंदौर में 319 मरीज सामने आए हैं। भोपाल में 126 मरीज मिले हैं। प्रशासन ने 92 ही बताए हैं।दरअसल, बाकी पॉजिटिव मिले मरीज दूसरे शहरों से हैं।
दूसरे दिन 47,554 ने लगवाया टीका
शहर में 15 से 18 आयुवर्ग के टीकाकरण अभियान में इंदौर के बच्चों का जबरदस्त उत्साह दिखा रहे हैं। अभियान के दूसरे दिन मंगलवार को 47 हजार से ज्यादा वैक्सीन के सुरक्षा कवच के घेरे में आए। दो दिन में एक लाख बच्चों ने को वैक्सीन का पहला डोज लिया। अब इतने ही बच्चे शेष है। बच्चों का उत्साह इसी आंकड़े से समझ आता है कि मंगलवार को 51,641 लोगों को टीका लगाया गया। इनमें 15 से 18 वर्ष तक के 47,554 बच्चों को टीके लगे। शहर में 380 से ज्यादा स्कूलों में टीके लगाए जा रहे हैं।
अधिकतर बच्चे ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाकर केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। हालांकि ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन वाले बच्चों की संख्या अच्छी खासी है। स्वास्थ्य विभाग ने 10 जनवरी तक जिले के 2 लाख से अधिक बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा था। उम्मीद जताई जा रही है कि दो तीन दिन में यह लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा। वैक्सीन का पहला डोज लगवा चुके बच्चों को 28 दिन बाद यानी माह के अंत में दूसरा डोज लगाया जाएगा। फरवरी के पहले सप्ताह तक अधिकतर बच्चे दोनों डोज लगवाकर वैक्सीनेशन के सुरक्षा कवच में होंगे।