मध्य प्रदेश

देखें रात 8 बजे का LIVE बुलेटिन, और बने रहिए jantaserishta.com पर

Shantanu Roy
24 July 2022 2:33 PM GMT
देखें रात 8 बजे का LIVE बुलेटिन, और बने रहिए jantaserishta.com पर
x
बड़ी खबर

सुसारी। नर्मदा नदी पर बने ओंकारेश्वर बांध के 23 में से 18 गेट व आठ विद्युत टरबाइन चलाकर 4945 क्यूमेक्स प्रति सेकंड की पानी निकासी रविवार दोपहर से शुरू की गई है। पिछले 24 घंटों से लगातार पानी निकासी से रविवार दोपहर तक राजघाट में नर्मदा का जलस्तर 124 मीटर पर पहुंच चुका था। नर्मदा का बैक वाटर उरी बाघनी नदी में बढ़ने से डूब गांव के समीप निसरपुर के पुराने पुल के दोनों ओर गहरी नाली खोदकर प्रशासन ने आवागमन पूरी तरह बंद कर दिया है।

पिछले 24 घंटे में नर्मदा का जलस्तर बढ़ने से कोटेश्वर का एक और प्राचीन घाट डूब गया है। अब महज तीन प्राचीन घाट शेष हैं। नर्मदा का बैक वाटर निसरपुर के समीप बहने वाली उरी बाघनी नदी में बढ़ने से एहतियात के तौर पर प्रशासन ने आवागमन बंद कर दिया है। ऐसे में पश्चिम के 20 गांवों के सैकड़ों किसानों का अपने खेतों तक जाने का सीधा रास्ता बंद हो गया है। हालांकि अभी पुल से पानी 13 से 14 फीट नीचे है। जिस तरह जलस्तर बढ़ रहा है, उसे देखते हुए मंगलवार तक राजघाट का नर्मदा पुल व निसरपुर का उरी बाघनी नदी का पुल डूब जाएगा।

दोनों बांध से हो रही पानी निकासी
नर्मदा नदी पर ओंकारेश्वर बांध से ऊपर बने इंदिरा सागर बांध के रविवार सुबह छह गेट खोल दिए गए हैं। शाम चार बजे इसे बढ़ाकर 12 गेट व आठ टरबाइन चलाकर आठ हजार 380 क्यूमेक्स पानी निकासी हो रही है। इससे ओंकारेश्वर बांध में पानी की आवक को देखते हुए एनएचडीसी ने शनिवार को ओंकारेश्वर बांध के 13 गेट ही खोले थे। उसे रविवार दोपहर में बढ़ाकर 17 गेट कर दिए हैं। ऐसे में सरदार सरोवर बांध के जल संग्रहण क्षेत्र में नर्मदा का जलस्तर बढ़ रहा है। रविवार दोपहर को सरदार सरोवर बांध का जलस्तर 124.33 मीटर पहुंच गया था।
चार साल बाद जुलाई में खुले बांधों के गेट, बढेगा पानी, सतर्कता बरतने की अपील
इस वर्षा काल में पहली बार ओंकारेश्वर और इंदिरा सागर बांध के गेट खुले हैं। पिछली बार वर्षा कम होने से इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध के गेट एक बार भी नहीं खुले थे। चार साल में पहली बार जुलाई में दोनों बांधों से पानी छोड़ने की नौबत आई है। रविवार को इंदिरा सागर बांध के 12 गेट खोल दिए गए हैं। इससे आधा मीटर की ऊंचाई तक खोले गए गेट से नर्मदा में प्रति सेकंड 2004 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है। इससे बांध के डाउन स्ट्रीम में नर्मदा का जलस्तर बढ़ गया है। यही जलस्तर सोमवार तक क्षेत्र के सात गांव में बह रही नर्मदा के पानी में और इजाफा करेगा। जबकि शनिवार को ओंकारेश्वर बांध के गेेट खोलने की वजह से नर्मदा पहले ही खतरे के निशान को पार कर गई है। डूब प्रभावित गांव धरमराय में तहसीलदार राजेश भिंडे पहुंचे। उन्होंने इसकी सूचना आमजनों को दी। लोगों और नाविकों को नर्मदा से दूर रहने को कहा है। लाउडस्पीकर पर भी लगातार लोगों को नर्मदा नदी के नजदीक नहीं जाने की चेतावनी दी जा रही है। इस दौरान जनपद पंचायत के सहायक लेखाधिकारी गजेन्द्र सोलंकी, आपदा प्रबंधन में ड्यूटी कर रहे शिक्षक पुष्पेन्द्र सोलंकी उपस्थित थे।
नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ा, स्नान घाट व श्मशान घाट जलमग्न
ओंकारेश्वर बांध के गेट खोलने से नर्मदा नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है। जलस्तर बढ़ने के कारण नर्मदा नदी किनारे बना स्नान घाट एवं श्मशान घाट जलमग्न हो गया है। जलस्तर बढ़ने के बाद ग्राम में सप्लाई की जाने वाली पानी की मोटरें नर्मदा तटों से हटा ली गई है। इसके चलते ग्राम में जल व्यवस्था पर असर पड़ेगा। ग्राम पंचायत के कर्मचारियों ने जल सप्लाई करने वाली मोटरें ऊपरी तट पर रख दी है। शासन के निर्देशानुसार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए नर्मदा किनारे से पूजा सामग्री की दुकानें हटवा ली गई हैं।
Next Story