मध्य प्रदेश

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Shantanu Roy
15 July 2022 2:35 PM GMT
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बड़ी खबर

बदनावर। नगरीय निकाय मतगणना में अब मात्र 24 घंटे शेष रह गए हैं। रविवार सुबह से शासकीय महाविद्यालय परिसर में मतगणना प्रारंभ हो जाएगी। इधर, नगर में चर्चाओं का बाजार गर्म है। सभी प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत का दावा करते हुए धार्मिक अनुष्ठानों में व्यस्त हैं। अधिकांश पार्षद प्रत्याशियों ने नलखेड़ा स्थित बगलामुखी माता मंदिर से लेकर सांवलियाजी, महाकालेश्वर तक धार्मिक अनुष्ठान कर मन्नातें मांगी हैं।

कुछ प्रत्याशी खाटू श्याम भी गए हैं। इस बार 22 साल बाद हुए अप्रत्यक्ष प्रणाली के चुनावों में दोनों दलों के समीकरण बिगाड़ दिए हैं। पार्षद में से ही अध्यक्ष चुने जाने के कारण कई दिग्गजों ने पार्षद का चुनाव लड़ा है। भाजपा की ओर से दो जिला स्तर और एक प्रदेश स्तर के पदाधिकारी की प्रतिष्ठा दाव पर लगी हुई है। एड़ी-चोटी का जोर लगाने के बावजूद नगर में चर्चा है कि इस बार जनता बहुत ही अप्रत्याशित फैसला करेगी।

यहां नगर परिषद के 15 वार्डों में पार्षद पद के 38 उम्मीदवार मैदान में थे। जिनका भाग्य छह जुलाई को हुए मतदान में ईवीएम में कैद हो गया। नामांकन के समय मुकाबला एक तरफा भाजपा के पाले में जाता हुआ दिखाई दे रहा था, क्योंकि दो वार्ड क्रमांक चार एवं 13 में कांग्रेस अपने प्रत्याशी तक नहीं उतार पाई थी, लेकिन भाजपा में अध्यक्ष बनने की होड़ के चलते कई नेताओं ने अपनी पत्नी, बहन या अन्य रिश्तेदारों को टिकट दिलवाकर चुनाव लड़वाया। इस कारण कई जमीनी कार्यकर्ता मुंह देखते रह गए। भाजपा में अंतकर्लह का सीधा फायदा कांग्रेस ने उठाया और दमदार प्रत्याशी नहीं होने के बावजूद धीरे-धीरे अपनी पैठ बढ़ा ली और मुकाबले को रोमांचक बना दिया।
जनता दे सकती है अप्रत्याशित परिणाम
राजनीतिक विश्लेषकों में भी चर्चा है कि बदनावर की जनता इस बार अप्रत्याशित परिणाम दे सकती है। पूरे नगर में एक निर्दलीय के जीतने की चर्चा जोरों पर है। वार्ड 15 में से यदि सात-सात पार्षद भाजपा-कांग्रेस के जीतकर आते हैं तो निर्दलीय किंगमेकर की भूमिका में आ जाएगा। नगर परिषद में जिस निर्दलीय के जीतने की चर्चा जोरों पर है, वह भाजपा का कार्यकर्ता था, लेकिन पार्टी प्रत्याशी के विरुद्ध अपनी पत्नी के चुनाव लड़वाने के कारण भाजपा ने उसे छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। वहीं भाजपा के जो बड़े नेता चुनाव लड़ रहे हैं, उन वार्डों में भी चर्चा जोरों पर है। वार्ड क्रमांक 11 में निवृतमान अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के मुकाबले पर पूरे जिले की नजरें जमी हुई हैं।
वार्ड क्रमांक दस से भाजपा जिला उपाध्यक्ष की पत्नी के सामने बैजनाथ भक्त मंडल के कार्यकर्ता चुनाव लड़ रहे हैं। अंतिम दौर में एक तरफा दिखने वाले मुकाबलों को मतदाताओं ने रोचक बना दिया है। दूसरी ओर त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव में जनपद पर भाजपा काबिज हो सकती है, लेकिन विधानसभा की पांच जिला पंचायत सीटों में से तीन पर कांग्रेस ने कब्जा जमा लिया है। यदि नगर परिषद में भाजपा के पक्ष में परिणाम नहीं आए तो इसका प्रभाव आगामी विधानसभा चुनाव पर अवश्य पड़ेगा। कुल मिलाकर रविवार को परिणाम घोषित होने के बाद 2023 में होने वाले विधानसभा चुनावों की पटकथा लिखनी प्रारंभ हो जाएगी।
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