मध्य प्रदेश

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Shantanu Roy
18 July 2022 4:32 PM GMT
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बड़ी खबर

विदिशा। नगर पालिका में दो वर्षों से चुनी हुई परिषद नहीं होने के कारण शहर के हाल, बेहाल हैं। कई वार्डों में रहवासी बुनियादी सुविधाओं से जूझ रहे हैं लेकिन उनकी कोई सुनने वाला नहीं हैं। अब नई परिषद गठित होने जा रही हैं तो शहरवासियों की उम्मीदें भी हजार हैं जिसे जल्दी पूरा करना नई परिषद के लिए किसी चुनौती से कम भी नहीं हैं।


कोरोना महामारी का प्रकोप और फिर राजनैतिक कारणों से नगर पालिका के चुनाव दो साल देरी से हुए। इस दौरान नपा का संचालन प्रशासक के रूप में कलेक्टर ने किया, लेकिन कलेक्टर के पास जिम्मेदारियां अधिक होने के कारण वे ध्यान नहीं दे पाए और नपा के कार्यों की निगरानी नहीं हो पाई। जिसके चलते न केवल शहर की स्थिति बिगड़ी बल्कि नगर पालिका की आर्थिक स्थिति भी खराब हो गई। अब दो साल बाद पूर्ण बहुमत के साथ फिर भाजपा नपा परिषद पर काबिज होने जा रही हैं।इसलिए शहर के लोगों को उम्मीदें हैं कि नपा की अव्यवस्थाओं में कुछ सुधार आएगा।
यह वादें पूरे हुए तो बदलेगी तस्वीर
नपा चुनाव से पहले भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में शहर के नागरिकों से 26 वादें किए हैं। इनमें से आधे भी वादें पूरे हो गए तो शहर की तस्वीर बदल जाएंगी। भाजपा के घोषणापत्र में शहर के विभिन्ना वार्डों में होने वाले जल भराव को देखते हुए जल निकासी की व्यवस्था करने और नया ड्रेनेज सिस्टम तैयार करने की बात कही गई हैं। दूसरे नंबर पर रखे गए इस वादे को वर्षा सीजन को देखते हुए पहले नंबर पर करना होगा ताकि वर्षा के चार माह नागरिकों के लिए मुश्किल भरे न हो। इसके अलावा नपा कार्यालय में हेल्प डेस्क, पार्किंग व्यवस्था, दो वार्डों के बीच एक स्वास्थ्य केंद्र खोलना, शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाना, गोशाला का निर्माण, सड़कों का निर्माण प्रमुख वादे हैं जिनका क्रियान्वयन जल्दी होता है तो लोगों को राहत मिलेगी।
परिषद की सबसे पहली प्राथमिकता सड़कों की मरम्मत
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व नपा अध्यक्ष मुकेश टंडन का कहना हैं कि नई परिषद की पहली प्राथमिकता शहर की बदहाल सड़कों की मरम्मत करना तथा वर्षा के सीजन में जल भराव की स्थिति को रोकने जल निकासी के इंतजाम करना होगा। टंडन के मुताबिक नई परिषद के गठन के बाद शहर के वरिष्ठ नागरिकों और विशेषज्ञों के साथ शहर विकास की प्राथमिकताएं तय की जाएगी और परिषद उसी अनुरूप कार्य करेगी। खराब आर्थिक स्थिति के सवाल पर उनका कहना था कि नपा के अपव्यय रोक देंगे तो आर्थिक स्थिति में भी सुधार आ जाएगा। उनका कहना था कि उनके कार्यकाल में नपा ने राज्य सरकार से कोई विशेष निधि नहीं ली, इसके बावजूद सबसे अधिक कार्य किए।इसी तरह इस बार भी अनावश्यक खर्चों पर रोक लगाकर बचत राशि का उपयोग निर्माण कार्यों पर किया जाएगा। टंडन के मुताबिक उनकी परिषद की तरह नई परिषद में भी ठेकेदारों के भुगतान में सोशल आडिट की व्यवस्था बरकरार रहेगी।
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