मध्य प्रदेश

देश में पहली बार गिद्ध की तस्करी, मामले में तीन तस्कर गिरफ्तार

Shantanu Roy
15 Feb 2022 11:56 AM GMT
देश में पहली बार गिद्ध की तस्करी, मामले में तीन तस्कर गिरफ्तार
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। इंदौर। गिद्धों की तस्करीगिद्धों की तस्करीका मामला सामने आने के बाद तीन आरोपियों को एसटीएसएफ ने गिरफ्तार किया है। गुजरात के बंदरगाह से तीनों को गिरफ्तार किया गया। समुद्र के रास्ते गिद्धों को तस्करी कर गिद्धों को दुबई व खाड़ी देशों में ले जाया जाता था। गिद्धों की तस्करी का देश में पहला मामला साने आने के बाद स्टेट टाइगर टास्क फोर्स ने तस्करी करने वाले गिरोह के तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गुजरात के सिक्का बंदरगाह से तीनों को गिरफ्तार किया गया है। जहाज में पार्सल के बीच रखकर गिद्धों को ले जाया जा रहा था। समुद्र के रास्ते गिद्धों को सउदी अरब व अन्य खाड़ी देशों में भेजा जाता था।

गौरतलब है कि पिछले माह 20 जनवरी को सुल्तानपुर-मुंबई सुपरफास्ट एक्सप्रेस में कानपुर से तस्कर फरीद सात गिद्धों के साथ सवार हुआ था। स्लीपर कोच में पक्षियों की दुर्गंध आने पर एक यात्री ने इटारसी में रेलवे स्टाफ को शिकायत की। इसके बाद खंडवा स्टेशन पर वन विभाग की टीम ने पकड़ा था। मामले की जानकारी मिलने केबाद एसटीएसएफ और खंडवा वन विभाग की टीम मालेगांव पहुंची थी।

शुरुआती छानबीन में पता चला था कि गिद्धों को तस्करी कर दुबई व अन्य खाड़ी देशों में भेजा जा रहा है। समुद्र के रास्ते ये तस्करी की जाती थी। एसटीएसएफ इसकी जांच कर रही थी। तीन दिन पहले एसटीएसएप की टीम सिक्का बंदरगाह पहुंची। यहां से तस्कर हुसैन, अतीक और मोहम्मद को पकड़ा। ये तस्कर गुजरात से मालेगांव जाने वाले थे। .
टीम सोमवार को आरोपियों को एसटीएसएफ कार्यालय लाई। पूछताछ में सामने आया कि तस्कर गिद्ध को सुमद्री जहाज से दुबई भेज रहे थे। दरअसल, तस्कर फरीद ने बताया था कि सात गिद्ध हुसैन को देने थे। फरीद के गिरफ्तार होने की जानकारी लगने के बाद हुसैन और हाशिम फरार हो गए थे। मालेगांव से मुखिबरों के जरिए सूचना मिली कि तस्कर गुजरात में हैं, जिसके बाद टीम गुजरात पहुंची।

पूछताछ में सामने आया कि खाड़ी देशों में सफेद गिद्ध की मांग है। ये गिरोह देश के अलग-अलग हिस्सों से गिद्ध मंगवाता था। गुजरात, उत्तर प्रदेश, पंजाब जैसे कई राज्यों में छोटे स्तर पर कई गिरोह सक्रिय हैं, जो महाराष्ट्र के मालेगांव, गुजरात के सिक्का सहित अन्य बंदरगाहों तक इन्हें पहुंचाने का काम करते हैं।
इस मामले में खंडवा वन मंडल के रेंजर नितिन राजौरिया का कहना है कि खंडवा में तस्करी को लेकर प्रकरण दर्ज है, जिसमें एसटीएसएफ सहयोग कर रहा है। तीन तस्करों से पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश कर दिया है। तस्करों से मिली जानकारी पर जांच होना बाकी है।
बताया जा रहा है कि गिद्धों का इस्तेमाल सेक्स पॉवर बढ़ाने वाली दवाओं में होता है। खाड़ी देशों में इनकी मांग ज्यादा है। अरब देशों में लोग इन्हें पालते हैं। गिद्धों से जुड़ी खेल गतिविधियां भी होती है। अभी गिद्धों की अंतराष्ट्रीय कीमत को लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है। मामले में अंतर्राष्ट्रीय गिरोह की आशंका जताई जा रही है, जिसे लेकर एसटीएसएफ जांच कर रही है। जो गिद्ध वन विभाग ने तस्करों से बरामद किए थे उनको जंगल में छोड़ दिया गया है।
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