मध्य प्रदेश

ठेले पर लगे कपड़ा विक्रेता की सुरक्षा में जुटे यूपी पुलिस के दो हथियारबंद सिपाही, जानिए क्यों मिली सुरक्षा

Bhumika Sahu
19 July 2022 5:49 AM GMT
ठेले पर लगे कपड़ा विक्रेता की सुरक्षा में जुटे यूपी पुलिस के दो हथियारबंद सिपाही, जानिए क्यों मिली सुरक्षा
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कपड़ा विक्रेता

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। एटा. कई बार ऐसा देखा गया है कि बड़े व्यापारी नेता अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर पुलिस से गनर मांगते हैं लेकिन उनकी मांग ठुकरा दी जाती है लेकिन यूपी के एटा में इससे उलट एक मामला सामने आया है. जहां ठेले पर कपड़ा बेचने वाले एक व्यक्ति की सुरक्षा के लिए यूपी पुलिस के दो सशस्त्र जवान लगाए गए हैं. सोशल मीडिया पर भी ठेले के पीछे बैठे दो सशस्त्र जवानों और ठेले वाले की फोटो वायरल हो रही है.

पूरे मामले की जानकारी दें तो सपा नेता रामेश्वर सिंह और योगेंद्र सिंह यादव की ओर से हाईकोर्ट में एक याचिका दी गई थी, इसमें मांग की गई थी कि थाना जैथरा में बंधक बनाकर जमीन पर कब्जा करने और जातिसूचक गालियां देने का दर्ज मुकदमा खारिज कर दिया जाए. दोनों की ओर से कहा गया था कि यह मुकदमा झूठा है. हाईकोर्ट की ओर से पीड़ित रामेश्वर दयाल निवासी जैथरा को भी नोटिस जारी कर शनिवार को बुलाया गया था. हाईकोर्ट में न्यायाधीश ने इस मामले की सुनवाई की. अधिविक्ता सिंह यादव की ओर से पैरवी के अधिवक्ता ने कहा कि मामला झूठा है और इसे खारिज किया जाना चाहिए.
हाईकोर्ट की नोटिस पर पीड़ित रामेश्वर दयाल कोर्ट पहुंचे तो न्यायाधीश ने पूछा कि वहां वो बिना सुरक्षा कैसे पहुंच गए. इसके बाद सुरक्षा मुहैया कराने के लिए न्यायाधीश ने आदेश पारित कर दिया. इस पर रविवार को एसपी उदय शंकर सिंह पीड़ित रामेश्वर दयाल की सुरक्षा के लिए दो शस्त्र कांस्टेबल की ड्यूटी लगा दी. रामेश्वर दयाल की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है. इस वजह से वह सुरक्षा नहीं चाहते थे. इसके लिए उन्होंने कोर्ट से गुहार भी लगाई थी. रामेश्वर दयाल ठेले पर रेडीमेड कपड़े बेचते हैं. उनके पास कोई दुकान नहीं है. दोपहर को जब उनकी दुकान पर दो कांस्टेबल पहुंचे तो वो भी हैरान रह गए.
जानकारी के मुताबिक 3 जून को जैथरा निवासी रामेश्वर दयाल ने मुकदमा दर्ज कराया था. आरोप था कि पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव, पूर्व लेखपाल रामखिलाड़ी, राममूर्ति और रेखा आदि के नाम से जबरन बैनामा कर दिया गया. आरोप है कि पूर्व विधायक आदि ने बंधक बनाकर 2010 से 2014 तक कई बार बैनामा करा लिया. अलीगंज राज कुममार सिंह ने बताया कि हाईकोर्ट में सुनवाई थी. इस मामले में मैं गया था. न्यायाधीश महोदय के निर्देश सुरक्षा प्रदान कर दी गई है.


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