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मध्य प्रदेश
8 घंटे से बोरवेल में फंसी ढाई साल की बच्ची बाहर निकली, लेकिन उसकी सांसें थम चुकी थीं
Ashwandewangan
18 July 2023 6:03 PM GMT
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बोरवेल में फंसी ढाई साल की बच्ची बाहर निकली
एमपी। मध्यप्रदेश के विदिशा में ढाई साल की मासूम खेलते वक्त अपने घर के ही बोरवेल में गिर गई थी, जिसे आठ घंटे के कठिन रेस्क्यू के बाद बाहर तो निकाल लिया गया, लेकिन उसकी सांसें थम चुकी थीं. डॉक्टरों की देखरेख में बच्ची को निकालकर फौरन सिरोंज के अस्पताल ले जाया गया और बचाने की हर संभव कोशिश की गई, लेकिन बच्ची को बचाया नहीं जा सका. जब मासूम को बोरवेल से बाहर निकाला गया तभी वह रिस्पांस नहीं कर रही थी. जिसके तुरंत बाद बच्ची को अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों की टीम ने आखिरी कोशिश की, लेकिन उसकी सांसें थम चुकी थीं.
बता दें कि विदिशा जिले के कजारिया बरखेड़ा गांव में एक ढाई साल की मासूम अस्मिता अपने घर में बने बोरवेल में गिर गई. घटना सुबह साढ़े 10 से 11 बजे के बीच की है, जैसे ही इसकी जानकारी प्रशासन को लगी मौके पर बचाव और राहत दल पहुंच गया. पहले एसडीआरएफ और बाद में एनडीआरएफ ने मोर्चा संभाल लिया था. 8 घंटे तक चले रेस्क्यू और करीब 18 फीट जेसीबी से खुदाई करने के बाद मासूम को बाहर निकाल तो लिया, लेकिन ढाई साल की अस्मिता को बचाया नहीं जा सका.
जानकारी के मुताबिक, विदिशा के गांव में ढाई साल की मासूम बच्ची अस्मिता अहिरवार खेलते समय अपने घर के ही बोरवेल में गिर गई. घटना की जानकारी लगते ही हड़कंप मच गया, आनन-फानन में पूरे मामले की जानकारी प्रशासन को दी गई. मौके पर बचाव और राहत दल पहुंच गए और प्रशासनिक अमला मौजूद रहा. बच्ची करीब 20 फुट गहरे बोरवेल में गिरी थी, जिसे निकालने के लिए घर के बाहर से खुदाई शुरू की गई और आखिर में उसकी जान नहीं बचाई जा सकी.
20 फीट गहराई में अटक गईं सांसें
सिरोंज के डॉक्टर ने बताया कि बच्ची को जब निकाला गया तो सबसे पहले मैंने ही देखा, उसका शरीर ठंडा पड़ चुका था और वह कोई रिस्पांस नहीं कर रही थी. इसके बाद हम उसे एंबुलेंस से अस्पताल ले गए, इस दौरान एंबुलेंस में उसे ऑक्सीजन देने से लेकर उपचार किया गया, फिर अस्पताल में भी बचाने की हर तरह की कोशिश की गई, लेकिन बचा नहीं सके.
विदिशा के प्रभारी कलेक्टर योगेश भरसट ने बताया कि हमने बच्ची को साढ़े छह बजे रेस्क्यू कर लिया था, लेकिन उसके हाथ पैर ठंडे पड़ चुके थे और वह ठीक नहीं लग रही थी. उसे बचाने की भरसक कोशिश की गई, ऑक्सीजन दिया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका. मौत की पुष्टि 7.42 मिनट पर डॉक्टरों ने की है. डॉक्टरों ने इसकी वजह सांस न ले पाना बताया है.
Ashwandewangan
प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।
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