मध्य प्रदेश

आदिवासी महिला ने हारी जिंदगी की जंग, 5 आरोपियों के खिलाफ

Admin4
9 July 2022 2:07 PM GMT
आदिवासी महिला ने हारी जिंदगी की जंग, 5 आरोपियों के खिलाफ
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जबलपुर। मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा नेताजी सुभाष चंद्र मेडिकल कॉलेज जबलपुर (Netaji Subhash Chandra Bose Medical College) विवादों में घिर गया है. यहां एक महिला सिक्योरिटी गार्ड के साथ छेड़छाड़ का अश्लील वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल किया गया. घटना 20 जून की बताई जा रही है. पीड़िता ने गढ़ा पुलिस थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है. पूरे मामले पर गढ़ा सीएसपी तुषार सिंह का कहना है कि 'अजाक पुलिस मामले की जांच कर रही है. जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी'.

पीड़िता जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में सिक्योरिटी गार्ड के पद पर पदस्थ है. अस्पताल में ही व्यंकटेश गोस्वामी, अरविंद पांडे और दीपक पांडे भी सुपरवाइजर के पद पर काम करते हैं. 20 जून को जब महिला सिक्योरिटी गार्ड नाइट ड्यूटी पर थी, तभी सुपरवाइजर वेंकटेश गोस्वामी ने फोन कर उसे पहली मंजिल के एक नंबर वार्ड में आने को कहा. उसने कहा था कि एक महिला उसे परेशान कर रही है. सुपरवाइजर का फोन आते ही महिला पहली मंजिल पहुंची जहां वेंकटेश गोस्वामी के साथ अरविंद पांडे और दीपक पांडे मौजूद था. रात होने के कारण दूर-दूर तक कोई दिखाई नहीं दे रहा था. इसी मौके का फायदा उठाकर इन्होंने महिला सिक्योरिटी गार्ड को पकड़ लिया और अश्लील हरकतें करने लगे जिसका इन्होंने वीडियो भी बनाया.महिला को दी वीडियो वायरल करने की धमकी: किसी तरह तीनों के चंगुल से छूट कर महिला नीचे ऑफिस पहुंची. तभी आरोपियों ने महिला को फोन कर वीडियो वायरल करने की धमकी देकर अपने साथ हमबिस्तर होने की बात की. महिला ने यह सब करने से इंकार कर दिया. उसने आरोपियों से वीडियो वायरल ना करने की विनती की और किसी से इस मामले की शिकायत नहीं करने की बात की. सुबह होते ही महिला अपने घर पहुंची और डर के कारण दो दिन तक ड्यूटी पर नहीं आई.

महिला का आवेदन मिला है. जिसमें उसने 3 सुपरवाइजरों पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है. इसकी एक शिकायत अजाक थाने में भी है की. अजाक पुलिस मामले की जांच कर रही है. महिला के ड्यूटी पर उपस्थित ना रहने की भी बात सामने आई है. जिस वजह से उन्हें सजा दी गई थी. जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.

ड्यूटी से निकाल दिया: लेकिन जब तीसरे दिन महिला मेडिकल अस्पताल ड्यूटी पहुंची तो तीनों ने एक राय होकर महिला से एक कागज में लिखवाया की वह जो शिकायत कर रही है, सब गलत है. महिला ने जब लिखने से इंकार कर दिया तो उन्होंने महिला को नौकरी से निकालने की धमकी दे डाली. लेकिन ज्यादा दबाव डालने पर उसने बताए अनुसार सब कुछ लिख दिया. तीन-चार दिन बाद जब वह वापस ड्यूटी पर पहुंची तो सुपरवाइजर ने महिला को ड्यूटी में लेने से इंकार कर दिया. जिसके बाद महिला गढ़ा और अजाक थाने पहुंची और घटना की शिकायत दर्ज कराई.


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