मध्य प्रदेश

आदिवासी विधायक के विवाह समारोह चर्चा में, पीएम मोदी-अमित शाह से लेकर प्रियंका गांधी तक दिया न्योता

Kunti Dhruw
24 April 2022 11:32 AM GMT
आदिवासी विधायक के विवाह समारोह चर्चा में, पीएम मोदी-अमित शाह से लेकर प्रियंका गांधी तक दिया न्योता
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मध्य प्रदेश में इन दिनों आदिवासियों से जुड़े हर इवेंट खबरों में है।

मध्य प्रदेश में इन दिनों आदिवासियों से जुड़े हर इवेंट खबरों में है। इन सबके बीच आदिवासी विधायक डॉ. हीरालाल अलावा की शादी भी चर्चा में है। इसकी वजह है विधायक हीरालाल अलावा द्वारा भेजे गए निमंत्रण पत्र। हीरालाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को भी इन्विटेशन लेटर भेजा है।

हीरालाल अलावा आदिवासी युवाओं के संगठन जयस से चर्चा में आए थे जिसकी वजह से कांग्रेस ने संगठन को अपने साथ लेकर अलावा को टिकट दिया था। अलावा के कांग्रेस के साथ आने के बाद आदिवासियों का वोट कांग्रेस की तरफ बढ़ा और 2018 में कमलनाथ सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अब हीरालाल अलावा विवाह के बंधन में बंधने जा रहे हैं तो उन्होंने अपने तरफ से कांग्रेस ही नहीं भाजपा के भी कई दिग्गजों को आमंत्रित किया है। अब भाजपा-कांग्रेस दोनों दलों के नेताओं के इस विवाह समारोह में शामिल होने से उसके राजनीतिक समीकरणों पर सबकी निगाहें हैं।
पीएम मोदी को आमंत्रण भेजे तो प्रियंका को निमंत्रण दिया
अलावा भील आदिवासी हैं और उनकी गौंड आदिवासी जाग्रति से शादी हो रही है। अलावा ने लाइव हिंदुस्तान से चर्चा में बताया कि अपनी कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी को दिल्ली पहुंचकर निमंत्रण दिया है तो ई-मेल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को आमंत्रण भेजा है। भाजपा के विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम, सीएम शिवराज सिंह चौहान सहित शिवराज सरकार के मंत्रियों और विधायकों को भी आमंत्रित किया है। कांग्रेस के कमलनाथ, दिग्विजय सिंह सहित सभी साथी विधायकों व वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को भी निमंत्रण दिया है।
राजनीतिक समीकरण पर नजरें
आदिवासी वर्ग के प्रति भाजपा-कांग्रेस के संवेदनशील रुख को देखते हुए अब अलावा के दो मई के शादी समारोह के राजनीतिक समीकरण पर लोगों की नजरें टिकी हैं। शादी समारोह में कांग्रेस और भाजपा के नेताओं के पहुंचने पर आदिवासी का वोट अगले साल के विधानसभा चुनाव में प्रभाव डाल सकता है क्योंकि जयस संगठन आदिवासी युवाओं में काफी पैठ रखता है। भाजपा इस संगठन को अपने पक्ष में करने के लिए आतंरिक रूप से कुछ समय से कोशिशें भी कर रहा है।


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