मध्य प्रदेश

ट्रेकिंग कम्युनिटी 60 की उम्र में 15 हजार फीट की चढ़ाई

Admin Delhi 1
8 Jun 2023 7:04 AM GMT
ट्रेकिंग कम्युनिटी 60 की उम्र में 15 हजार फीट की चढ़ाई
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इंदौर न्यूज़: 60 बरस की उम्र और 15 हजार फीट की चढ़ाई.... बर्फ के पहाड़ और कंपकंपाने वाली हवा. यह किसी फिल्म का सीन नहीं, बल्कि इंदौरी जज्बे की हकीकत है. आपको मिलवाते हैं ऐसे ही एक शख्स से जिन्होंने 60 साल की उम्र में जिंदादिली की मिसाल पेश की है.

इनका नाम है महेंद्र शर्मा. इनका जिक्र इसलिए हो रहा है क्योंकि इन्होंने 60 वर्ष से अधिक की आयु में हिमाचल प्रदेश की पार्वती वैली ट्रैक पर चढ़ाई कर यह साबित कर दिखाया है कि कोई भी काम आपके हौसले से बड़ा नहीं हो सकता. इनके हौसले की हर कोई तारीफ कर रहा है.

शर्मा ने बताया, 5 डिग्री स्नो फॉल में 15 हजार की फीट की चढ़ाई करना मेरे लिए बहुत कठिन था. ट्रैकिंग में कई जगह खड़ी चढ़ाई की. जहां चढ़ तो सकते हैं, लेकिन उसी रास्ते से वापस उतरा नहीं जा सकता. कई जगहों पर पीली मिट्टी, काली मिट्टी थी. 1 फीट से भी कम जगह पर पहाड़ों पर चलना था. हमारे साथ गाइड और शेरपा थे. हर 5 कदम पर शेरपा निर्देश देते थे कि नीचे और ऊपर नहीं देखना है. पत्थर देखते हुए हर कदम को आगे बढ़ाना है. एक कदम एक सांस, सौ कदम एक घूंट पानी का फॉर्मूला अपनाया और 60 की उम्र में 25 की उम्र वाला काम कर दिखा दिया.

महेंद्र शर्मा ने बताते हैं, यह ट्रैकिंग मेरे लिए जीवन का एक अनोखा अनुभव था. कई किलोमीटर बर्फ में चलकर नीचे उतरना मुश्किल था. ऊंचाई पर ऑक्सीजन भी कम हो जाती है. कुछ कदम चलने या बोलने पर सांस फूलने लगती है. ऐसे में शेरपाओं ने स्लाइडिंग का आइडिया दिया. हिमाचल के कई गांव की संस्कृति ओर उनके संस्कार भी देखने को मिले. वहां शराब लाना या पीना सख्त मना है. उनका अपना एक कानून है. यदि किसी के पास शराब पाई जाती है तो 20 हजार की पेनल्टी और कुछ दिनों की सजा भी दी जाती है.

बता दें कि इंदौर के सुदामा नगर के रहने वाले महेंद्र शर्मा भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के रिटायर्ड कंसल्टेंट हैं. 2020 में सेवानिवृत्त हुए. फिलहाल फार्मास्यूटिकल कंसलटेंट है. मैराथन रन और छोटी-छोटी ट्रैकिंग में हिस्सा लेते रहते हैं. हफ्ते में 25 से 30 किमी साइकिलिंग करते हैं. हर देवगुराड़िया और रालामंडल की पहाड़ी पर ट्रैकिंग भी करते हैं. 22 मई को उन्होंने हिमालय की पार्वती वैली ट्रैकिंग शुरू की और 28 मई को सफलतापूर्वक पूरी की. शर्मा का कहना है कि खुद पर विश्वास है तो कुछ असंभव नहीं. प्रकृति ने इंसान इनबिल्ट सिस्टम दिया है कि वह जो सोच ले और विश्वास के साथ करे तो सबकुछ हासिल कर सकता है.

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