मध्य प्रदेश

कोरोना से हुई थी टॉपर अनाथ, पिता ने लिया था होम लोन, अब नहीं जाएगा लोन वसूली का नोटिस, जानें वजह

jantaserishta.com
6 Jun 2022 2:41 PM GMT
कोरोना से हुई थी टॉपर अनाथ, पिता ने लिया था होम लोन, अब नहीं जाएगा लोन वसूली का नोटिस, जानें वजह
x
पढ़े पूरी खबर

भोपाल में 10वीं की टॉपर वनिशा पाठक लोन रिकवरी नोटिस के कारण काफी परेशान चल रही थीं. लेकिन अब उनकी इस समस्या का हल निकल गया है. LIC की तरफ से उन्हें लोन से संबंधित कोई नोटिस नहीं भेजा जाएगा. बता दें, वनिशा पाठक वही हैं जिनके माता-पिता की पिछले साल कोरोना के कारण मौत हो गई थी. फिर भी वनीशा ने दसवीं की बोर्ड परीक्षा में टॉप किया.

दरअसल, वनीशा के पिता LIC एजेंट थे. उन्होंने अपने ऑफिस से होम लोन लिया था. लोन चुकाने से पहले ही मई 2021 में उनकी और पत्नी की कोरोना से मौत हो गई. वनिशा पाठक को पिता की मौत के बाद बकाया भुगतान करने या कानूनी कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार रहने के लिए कानूनी नोटिस मिलने लगे.
इस बारे में एलआईसी के विकास अधिकारी संजय बर्नवाल से फोन पर बात की तो उन्होंने आश्वासन दिया कि वनिशा को यह नोटिस फरवरी 2022 में मिला था. जैसे ही उनके संज्ञान में यह आया को एलआईसी के वरिष्ठ अधिकारियों को इस बारे में अवगत कराया गया और नोटिस को ब्लॉक कर दिया गया. उसके बालिग होने तक उसे नोटिस नहीं मिलेगा. हालांकि, कोरोना काल में अपने माता-पिता को खो चुकी वनिशा बालिग होने के बाद भी इतनी बड़ी राशि कैसे चुकाएगी यह एक बड़ा सवाल है.
क्या है पूरा मामला?
वनिशा पाठक भोपाल में ही रहती हैं और कोरोना की वजह से माता-पिता को खोने के बावजूद दसवीं में 99 फीसदी मार्क्स लाकर टॉप कर चुकी हैं. माता-पिता को खोने के बाद वनिशा और उनका छोटा भाई मामा और उनके परिवार के साथ रहते हैं. माता-पिता की मौत के बाद वनिशा को सरकार की तरफ से करीब 2 लाख रुपए मिले. इसके अलावा शिवराज सरकार की तरफ से हर महीने दोनों भाई-बहन को 5 हजार रुपए भी मिलते हैं.
वनिशा ने साल भर मेहनत की और 11वीं में भी 97 फीसदी अंक हासिल किए. वनिशा आईआईटी जाने के लिए जेईई परीक्षा की तैयारी कर रही हैं. लेकिन इसी बीच उसके पिता के बकाया लोन का एक नोटिस झटके के रूप में आया जिसने इस नाबालिग टॉपर को परेशान कर दिया. नोटिस में 29 लाख 29 हजार रुपए की राशि का भुगतान करने के लिए कहा गया था.
वनिशा ने मांगा समय
वनिशा ने एलआईसी को पत्र लिखा और उन्हें वास्तविकता से अवगत कराया. वनिशा ने लिखा कि वह अभी नाबालिग है. अगले साल बालिग होंगी तब तक उन्हें किश्त चुकाने का समय दिया जाए. पिता की पॉलिसी का क्लेम और मासिक कमीशन रुके होने की वजह से सभी आर्थिक और वित्तीय आय स्रोत बंद हो चुके हैं. वनिशा के मुताबिक, उसके पास आय का कोई दूसरा साधन नहीं है. ऐसे में वह लोन तभी चुका सकेगी जब वह 18 साल की हो जाएगी. इसके अलावा लोन पर लिए जा रहे ब्याज को माफ करने की भी बात लिखी.
बता दें, वनिशा की मां का 4 मई 2021 को कोरोना से निधन हो गया था और 15 मई को पिता ने भी कोरोना की वजह से दम तोड़ दिया था. विडंबना देखिए कि जिस घर के लिए वनिशा के पिता ने होम लोन लिया था उसका गृह प्रवेश भी वह नहीं कर सके और दुनिया से चले गए. तभी से वनिशा और उनका छोटा भाई अपने मामा के साथ रहते हैं जो भोपाल के एक कॉलेज में प्रोफेसर हैं. मामा अशोक शर्मा ने बताया कि उनके जीजा यानी वनिशा के पिता बड़े एलाईसी एजेंट थे. बावजूद इसके इस तरह का नोटिस मिलना बहुत तकलीफदेह है. मामा अशोक दोनों बच्चों की देखभाल तो कर रहे हैं लेकिन इतना बड़ा लोन चुकाने में असमर्थ हैं. अशोक यह बताते हुए भावुक भी हो गए.
Next Story