मध्य प्रदेश

पेंच टाईगर रिजर्व के पास पेंच नदी से बाघ के शव मिलने मामले में तीन लोगो को किया गया गिरफ्तार

Admin Delhi 1
4 Oct 2022 10:16 AM GMT
पेंच टाईगर रिजर्व के पास पेंच नदी से बाघ के शव मिलने मामले में तीन लोगो को किया गया गिरफ्तार
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जबलपुर: मध्यप्रदेश के सिवनी जिले के पेंच टाईगर रिजर्व अंतर्गत आने वाले परिक्षेत्र कुंभपानी बफर के ग्राम कोना पिडंरई के पास पेंच नदी में दो दिन पूर्व एक पैर कटा बाघ के शव मिलने मामले में एसटीएफ जबलपुर और पेंच टाईगर रिजर्व की टीम ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पेंच टाईगर रिजर्व के उप संचालक रजनीश सिंह ने आज बताया कि घटना के बाद वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटना स्थल के आसपास के सूक्ष्मता से निरीक्षण कर घटना स्थल की फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी की गई तथा घटना का वन अपराध प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। कल वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में टीम गाठित की गई जिसमें कुंभपानी बफर, गुमतरा, खवासा ,कुरई स्टॉफ एवं एसटीएफ टीम, डॉग स्क्वॉड टीम, घटना स्थल पर पहुंची एवं घटना स्थल के आसपास के क्षेत्र पेंच नदी के दोनों ओर स्थित खेतों से गुजरने वाली विद्युत लाइन चेकिंग कार्य शुरू किया गया। विद्युत लाइन चेंकिग करते एक टीम ग्राम हिर्री छिंदवाडा वनमंडल, परिक्षेत्र चौरई की बीट गिटेरिया कक्ष क्रमांक 1376 के समीप पहुंची जहां राजस्व से गुजरने वाली विद्युत लाइन चेक करते हुये सीताराम बेलवंशी के खेत पहुंची जहां वह उपस्थित था। विद्युत लाइन चेक करने के दौरान उनके खेत पर टीम को कुछ घास कटी दिखाई दी एवं बाघ के बाल दिखाई दिए। संदेह के आधार पर डॉग स्क्वॉड को मौके पर बुलाया एवं डॉग स्क्वाड से घटना स्थल का मुआयना कराया गया। डॉग सूंघते हुये वहां तक गया जहां तक बाघ को घसीटकर ले जाया गया था।

खेत मालिक से पूछताछ करने पर उसने अपना अपराध स्वीकार किया एवं चार दिन पूर्व विद्युत करंट लगाकर शिकार करने की बात स्वीकार की एवं बाघ के विद्युत करंट से मृत होने के बाद सीताराम बेलवंशी ने अपने दो छोटे भाईयो असाडू बेलवंशी एवं शोभेलाल बेलवंशी को साथ लेकर बाघ को छुपाने के लिये उसे घसीटकर पेंच नदी में ले जाकर फेंका। गठित टीम ने घटना का पंचनामा, जप्तीनामा एवं साक्ष्य एकत्र कार्रवाई मौके पर की और तीनों आरोपी सीताराम बेलवंशी, असाडू बेलवंशी एवं शोभेलाल बेलवंशी को पूछताछ के लिए लाया गया एवं उनके घर की भी तलाशी ली गयी।

आज टीम ने पुनः आरोपितों को साथ लेकर उनकी निशानदेही पर मौका स्थल का वन्यप्राणी बाघ के शिकार में उपयोग किये जाने वाले जीआई तार अन्य हथियार जप्ती की कार्रवाई की और सहायक वन संरक्षक छिंदवाड़ा क्षेत्र के समक्ष बयान लिये गये जिसमें आरोपितों ने विद्युत करंट लगाकर वन्यप्राणी बाघ का शिकार करना स्वीकार किया। इस मामले की जांच अभी जारी है।

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