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- भोपाल में तीन और उपनगर...
भोपाल न्यूज़: संसोधित ड्राफ्ट में बेस के साथ प्रीमियम एफएआर दिया गया है. 2018 में तैयार ड्राफ्ट से मौजूदा में करीब 26 हजार हेक्टेयर आवासीय जमीन ज्यादा है. तब 10100 हेक्टेयर के करीब आवासीय क्षेत्र रखा था, जो नए में 36 हजार 579 हेक्टेयर है. प्रीमियम एफएआर से अब दुकान और मकान एक जगह तय करने में मदद मिलेगी.
बाघों को राहत, रुकेगी मानव-बाघ भिड़ंत
कलियासोत-केरवा के वनक्षेत्र में बाघों को राहत मिली. केरवा की ओर 5.56 हेक्टेयर तो कलियासोत की ओर 85.74 हेक्टेयर जमीन को ग्रीन किया गया. रातापानी से मेंडोरा और चंदनपुरा की ओर वनक्षेत्र बढा है. बैरागढ़ से इंदौर रोड की ओर तालाब को लेकर 4659 हेक्टेयर भूमि को कृषि भूमि तय किया है, इससे भी राहत मिलेगी.
मेट्रो: 27% आबादी की रफ्तार बढ़ाएगी
मेट्रो ट्रेन तेजी और सुविधाजनक गंतव्य तक पहुंचाएगी. पहले चरण में दो लाइन शहर की सबसे ज्यादा आबादी वाले क्षेत्रों से गुजरेगी. यहां शहर की कुल 27 प्रतिशत आबादी है. यह 90 किमी प्रतिघंटा की गति से चलेगी. 6 लाइन से 86 आउट जबकि 72 एलीवेटेड मेट्रो स्टेशन पर होते हुए गुजरेगी. पांच स्टेशन अंडरग्राउंड होंगे.
जैविक कैचमेंट लैंडयूज हो तो बचे तालाब
मौजूदा मास्टर प्लान में सबसे बड़ी खामी कैचमेंट को स्पष्टतौर पर संरक्षित नहीं करना है. पर्यावरण के लिए काम करने वाले वरुण दुबे का कहना है कि तालाब कैचमेंट को नो-कंस्ट्रक्शन जोन तय करने के साथ ही मास्टर प्लान में इसे जैविक कैचमेंट का नाम दें ताकि न कोई निर्माण हो और न ही रासायनिक खाद का प्रयोग हो.
बेहतर ट्रांसपोर्टेशन का लाभ
वन क्षेत्र के संरक्षण का प्रावधान