मध्य प्रदेश

मप्र में टला 18 गांवों का खतरा : कारम नदी में बने बांध का एक हिस्सा टूटने से ग्रामीणों में हड़कंप

Bhumika Sahu
15 Aug 2022 4:21 AM GMT
मप्र में टला 18 गांवों का खतरा : कारम नदी में बने बांध का एक हिस्सा टूटने से ग्रामीणों में हड़कंप
x
बांध का एक हिस्सा टूटने से ग्रामीणों में हड़कंप

धार. मध्यप्रदेश के धार जिले के कारम नदी में बने बांध का एक हिस्सा टूटने के बाद ग्रामीणों में हड़कंप मचा हुआ है। बांध टूटने से कई गांवों में पानी पहुंच गया है। हालांकि बांध के लीकेज होने की जानकारी मिलते ही प्रशासन ने 18 गांवों को खाली करवा लिया था जिस कारण से किसी भी प्रकार की जनहानि की कोई खबर नहीं है। जानकारी के अनुसार दो गांवों में बांध का पानी घुस गया है। हालांकि ये गांव पहले ही खाली करा लिए गए थे।

दीवार तोड़कर निकल रहा है पानी
कारम बांध से जहां से लीकेज था, वहीं की दीवार तोड़कर पानी निकाला जा रहा था। रविवार शाम को बांध की दीवार का करीब 25 फीट का हिस्सा पानी में बह गया है। बांध का हिस्सा बह जाने से पानी का बहाव तेज हुआ है जिस कारण से डैम तेजी से खाली हो रहा है। बता दें कि बांध का पानी नर्मदा नदी में मिलेगा।
सीएम ने की अपील
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा- कारम बांध से पानी निकालने के लिए जो बाईपास चैनल हमने बनाया था उसमें पानी बहुत तेजी से बढ़ रहा है। आने वाले समय में पानी निकलने की मात्रा बढ़ेगी इसलिए मैं धार और खरगोन ज़िले के प्रभावित लोगों से आग्रह कर रहा हूं कि कोई भी गांव में न आए। सीएम ने कहा- मुझे ये कहते हुए प्रसन्नता हो रही है कि संकट टल गया है। पानी का डिस्चार्ज अब कम हो गया है। अब धीरे-धीरे ये कम होते हुए खत्म हो जाएगा। हमारी पूरी टीम ने पूरे समर्पण के साथ काम किया। सब सुरक्षित हैं।
मंत्री ने कहा- डैम टूटने की खबर गलत
मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव ने कहा- बांध का आधा पानी निकल गया है। डैम का पानी नजदीकी गांवों के करीब पहुंचा है, लेकिन अभी किसी गांव के अंदर नहीं घुसा है। मंत्री ने कहा कि कुछ लोग सोशल मीडिया पर ये भ्रामक खबर चला रहे हैं कि डैम फूट गया है। जो पूरी तरह से गलत है।
304 करोड़ में बना है बांध
बता दें कि मिट्टी के इस बांध का निर्माण करने के लिए करीब 304 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। गुरुवार को इस डैम में बांध के लीकेज की खबरें आईं थी। इसके बाद सेना ने मोर्चा संभाल लिया था। डैम को खाली करने के लिए एक बाईपास बनाया गया था। वहीं, 18 गांवों के लोगों को सुरक्षित निकालकर दूसरे स्थान पर पहुंचा दिया गया था।


Next Story