मध्य प्रदेश

ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ का ये पोस्टर छाया

jantaserishta.com
7 May 2022 3:52 AM GMT
ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ का ये पोस्टर छाया
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ग्वालियर. मध्य प्रदेश के 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले ग्वालियर में पोस्टर पॉलिटिक्स शुरू हो गई है. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को घेरने के लिए होने वाली बैठक से पहले जय विलास महल के सामने लगे एक पोस्टर पर विवाद खड़ा हो गया है. पोस्टर के बहाने सिंधिया पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के साथ दगा करने का आरोप मढ़ा गया है. बीजेपी में शामिल होने के बाद से सिंधिया कांग्रेस के निशाने पर हैं.

कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता सिद्धार्थ सिंह राजावत ने जय विलास महल के सामने पोस्टर लगाया है. इसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया को कमलनाथ की पीठ में छुरा घोंपते दिखाया है. दिग्गी-गोविंद सिंह राम लक्ष्मण के रूप में सिंधिया पर तीर चला रहें हैं, तो हनुमान बने सज्जन सिंह संजीवनी बूटी वाला पहाड़ लेकर उड़ते दिखाए गए हैं. पोस्टर पर सिंधिया के लिए लिखा है- "गद्दारी से नाता है छुरा घोंपना आता है." वहीं, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के लिए लिखा है- "वफादारी से नाता है तीर चलाना आता है." ये पोस्टर लगते ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इसके बाद यहां सियासी बवाल मच गया है. बीजेपी ने इसके खिलाफ शिकायत करने की बात कही है.
2020 में 22 विधायक मंत्रियों के साथ केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद मध्य प्रदेश में कमलनाथ की सरकार गिर गई थी. सिंधिया के दल बदलने के बाद से ही कांग्रेस उन पर निशाना साध रही है. शनिवार को सिंधिया को घेरने की रणनीति पर पूर्व सीएम दिग्विजय की मंथन बैठक है. दिग्विजय सिंह और कमलनाथ ने ज्योतिरादित्य के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
एक महीने के अंदर ही दिग्विजय ग्वालियर चंबल के चार दौरे कर चुके हैं. कांग्रेस जानती है कि अगर 2023 का विधानसभा चुनाव जीतना है तो ग्वालियर चंबल की 34 विधानसभा सीटों में से ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतनी होंगी. ये तभी होगा जब सिंधिया के खिलाफ प्रचार किया जाए. लिहाजा 2023 में कांग्रेस के निशाने पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ही रहेंगे.

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