- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- नाराज नेताओं को मनाने...
x
भोपाल | केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भोपाल दौरे के पहले मध्यप्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने असंतुष्टों को मनाने के उनके फॉर्मूले पर अमल शुरू कर दिया है। शाह बुधवार को भोपाल आने के बाद नाराज पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को मनाने और चुनावी कैम्पेन के लिए पार्टी का स्टैंड क्लियर करने वाले हैं।
इसके पहले केंद्रीय मंत्री व प्रदेश चुनाव प्रबंध समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश समेत अन्य नेताओं ने अलग-अलग बैठकों के जरिये साठ से अधिक नाराज और असंतुष्ट भाजपाइयों को समझाने और उन्हें पार्टी के लिए पूरी ताकत से जुटने के लिए तैयार कर लिया है।
समझाइश का यह दौर अगस्त महीने में व्यापक तौर पर चलेगा, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय समेत अन्य उन राष्ट्रीय और प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं की मदद ली जाएगी जो पार्टी में व्यापक जनाधार रखते हैं और नाराज नेताओं को मनाने की काबिलियत उनमें है।
इस बीच केंद्रीय मंत्री शाह द्वारा विधानसभावार मंगाई गई नाराज नेताओं और उनको समझाइश देने वाले पदाधिकारियों की सूची दिल्ली पहुंच चुकी है और उस पर केंद्रीय नेतृत्व के बीच चर्चा भी हो चुकी है। शाह द्वारा पूछी गई जानकारी में प्रदेश संगठन हर विधानसभा की सूची भेज चुका है, जिसमें संबंधित विधानसभा के कौन से नेता, पदाधिकारी की आपस में नहीं बनती है। नाराज नेता पार्टी में किसका कहना मानकर पूरी ताकत से चुनाव में जुटेंगे, यह भी बताया गया है।
इसलिए ऐसे असंतुष्टों का साधने के लिए पहले जिला अध्यक्ष, सांसद, विधायक, जिला प्रभारी बात करेंगे और अगर पूर्व जनप्रतिनिधि या पदाधिकारी की नाराजगी दूर नहीं हुई तो मुख्यमंत्री चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, राष्ट्रीय महासचिव विजयवर्गीय या कोई ऐसा नेता या पदाधिकारी जिसका कहना दोनों पक्ष मानें, असंतुष्टों को समझाने का काम करेंगे।
पार्टी ने इसमें संघ की मदद लेने का भी फैसला किया है। नाराज नेता अगर संघ के विभाग कार्यवाह, क्षेत्रीय कार्यवाह, प्रांत कार्यवाह या अन्य किसी पदाधिकारी के कहने से विरोध खत्म करते हैं, तो आने वाले दिनों में इनके माध्यम से भी समझाइश बैठकें कराकर विवाद का निराकरण कराया जाएगा।
पंद्रह दिन पहले भोपाल आए अमित शाह रात में बैठक लेने पहुंचे थे और दो घंटे से अधिक समय तक बैठक लेने के बाद रात में ही लौट गए थे। अब 26 जुलाई को होने वाली बैठक के लिए शाह रात में भोपाल आएंगे और देर रात तक साढ़े तीन घंटे बैठक लेकर अलग-अलग मसलों की समीक्षा करेंगे और निर्देश देंगे। इसके बाद गुरुवार को भी एक दो बैठकें लेने के बाद शाह नई दिल्ली लौटेंगे।
Next Story