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बिना ठोस प्लानिंग व असुरक्षा के बीच शहर में सीवर प्रोजेक्ट बिछाने का चल रहा काम
इंदौर न्यूज़: अमृत योजना के तहत गुना शहर में 2016 में शुरू हुआ सीवर प्रोजेक्ट और गैस पाइप लाइन बिछाने का काम बेतरतीब तरीके से चल रहा है. निर्माण कंपनी ने शहर के अलग-अलग हिस्सों में सड़कों को खोदकर खुला छोड़ दिया है. इससे आवागमन बाधित हो रहा है. निर्माण कंपनी ने एक जगह खुदाई करने के बाद काम पूरा किए बिना ही दूसरी जगह खुदाई शुरु कर दी. बिना ठोस प्लानिंग और असुरक्षा के बीच यह काम चल रहा है. ऐसे में बारिश हो जाती है तो स्थिति को संभालना भी मुश्किल हो जाएगा.
सीवर प्रोजेक्ट का काम भले ही पिछले काफी लंबे समय से चल रहा है. लेकिन शहर में सड़कों की खुदाई करने वाली केवल यही कंपनी नहीं है. इसके अलावा गैस कंपनी भी जगह-जगह अपनी पाइप लाइन बिछाने सड़कों को खोद रही है. इनके अलावा पेयजल पाइप लाइन तथा मोबाइल कंपनियां भी अपनी लाइन बिछाने चाहे जब मार्गों में खुदाई कर देती हैं. काम होने के बाद सड़क को ठीक से दुरुस्त नहीं करने से आवागमन मुश्किल हो रहा है. वर्तमान में शहर के हालात देखकर लोग कह रहे हैं कि यह स्थिति तो अंधेर नगरी चौपट राजा की तरह है. जहां जनता की परेशानी को समझने वाला कोई नजर नहीं आ रहा है. यही कारण है कि जिस कंपनी को जहां जरूरत पड़ रही है वहां लाखों रुपए से निर्मित नई सड़कों की खुदाई करवाई जा रही है. गड्ढे भरने और नाला सफाई के नाम पर केवल रस्म अदायगी की जा रही है.
एक ही जगह बार-बार खुदाई, नहीं हटाया मलबा
कैंट क्षेत्र में गैस पाइप लाइन के लिए खुदाई बीते एक माह से चल रही है. इसके लिए सड़क का एक हिस्सा पूरी तरह खोद दिया, काम पूरा हुआ तो उसको रस्म अदायगी के रूप में भर दिया, जहां डाला गया मटेरियल नीचे बैठ गया और वहां गड्ढे दिखाई देने लगे. सड़क पर खुदाई के बाद उसको ठीक नहीं किया गया. आए दिन जाम में फंसने को लेकर मारपीट तक हो रही है. इसी तरह शास्त्री पार्क, नयापुरा, लक्ष्मीगंज, टेकरी रोड, सोनी कॉलोनी, हाट रोड जैसे कई क्षेत्र हैं जहां गैस पाइप लाइन और सीवर लाइन के लिए संबंधित कंपनियों ने जेसीबी के जरिए खुदाई की, उसको पूर्व की स्थिति में लाने में देरी की, जिससे रोड की स्थिति बद से बदत्तर हो गई, मिट्टी के टीले बीचों-बीच सड़क पर हो जाने से लोगों के वाहन आए दिन उसमें टकराकर गिर रहे हैं. यहां के लोगों ने बताया कि इधर सड़क पूरी तरह खोद दी उधर स्ट्रीट लाइटें भी बंद पड़ी हैं, जिससे रात में उजाला न होने पर इन गड्ढों में गिरकर लोग नगर पालिका और खुदाई कराने वाली कंपनी को कोस रहे हैं.
यह बोले नागरिक
सीवेज प्रोजेक्ट के काम से किसी को कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन निर्माण कंपनी को जनता की परेशानी भी देखना चाहिए. रात के समय भी काम किया जा सकता है. गड्ढों में लोग गिर रहे हैं.
वीरेन्द्र शर्मा, पूर्व पार्षद
हाट रोड सहित रिहायशी इलाके में काम के दौरान सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा जा रहा है. जो राहगीरों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है, रात में कई इलाकों में स्ट्रीट नहीं है.
नावेद खान, नागरिक
ट्रीटमेंट प्लांट पहले चार बनने थे अब दो बन रहे
प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद 10 साल तक ठेकेदार ऑपरेशन मेंटनेंस करेगा नागरिकों को पेयजल सुविधा की तरह ही इसका शुल्क देना होगा
प्राथमिक लागत 89.83 करोड थी, अब घटकर 81 करोड रह गई .शिवपुरी के अनुभव के बाद गुना के सीवेज प्रोजेक्ट में बदलाव किया
पाइप लाइन सड़क के दोनों ओर डाली जाएगाी एक साथ खुदाई नहीं होगी. ढाई किमी की खुदाई के बाद सड़क को रिपेयर करना होगा
सीवर प्रोजेक्ट का भूमि पूजन 27 अगस्त 2017 को हुआ निर्माण कंपनी को नवंबर 2016 में कार्य की अनुमति मिली थी.
पहले नवंबर 2018 में पूरा होना था. इसके बाद नगरीय प्रशासन विभाग भोपाल ने तिथि बढ़ाकर मार्च 2020 कर दी थी. वर्तमान में प्रोजेक्ट की डेड लाइन 30 जून 2023 निर्धारित है
अब तक 75 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है सीवर प्रोजेक्ट सफाई के लिए जगह-जगह 4 हजार चैंबर बनाए जाना है
मार्च 2019 में प्रोजेक्ट रिवाइज हुआ, जिसमें सकतपुर और पिपरौदाखुर्द को हटा दिया गया था
सड़कों की खुदाई में इस नियम का पालन जरूरी
तय गाइडलाइन के मुताबिक पाइप लाइन बिछाने खुदाई होने वाली सड़कों में दो स्तर का पालन करना है. पहला 3 मीटर की चौड़ी सड़कों में मरम्मत नहीं होगी बल्कि नए सिरे से बनाई जाएंगी. दूसरा यदि सड़क की चौड़ाई अधिक है तो मरम्मत से ही ठीक किया जा सकेगा.