मध्य प्रदेश

17 महीने की बच्ची की हत्या का खुलासा, पड़ोस में ही रहने वाली महिला ने की थी जानिए पूरा मामला

Neha Dani
13 Feb 2022 12:04 PM GMT
17 महीने की बच्ची की हत्या का खुलासा, पड़ोस में ही रहने वाली महिला ने की थी जानिए पूरा मामला
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फाइल फोटो 

हत्या के बाद आरोपी महिला ने मासूम खुशी का शव घर के पास बने एक कुएं में फेंक दिया था।

जनता से रिस्ता वेबडेस्क: मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में 23 दिसंबर 2021 को हुए 17 महीने कीबच्ची खुशी बोदड़े के हत्याकांड में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। 17 महीने की बच्ची की हत्या उसके पड़ोस में ही रहने वाली महिला ने की थी। हत्या के बाद आरोपी महिला ने मासूम खुशी का शव घर के पास बने एक कुएं में फेंक दिया था।

मामला बुरहानपुर के माली मोहल्ला इच्छापुर का है। यहां आरोपी महिला अलका बाई का उसके पड़ोसी नितिन महाजन से एक्सट्रा मेरिटल अफेयर चल रहा था, वहीं, अलका को शक था कि उसके प्रेमी नितिन का खुशी की मां मंगला के साथ भी अफेयर चल रहा है। अलका को नितिन का मंगला की बेटी खुशी को दुलारना पसंद नहीं था, जिसके चलते दोनों के बीच अक्सर वाद-विवाद होता था। वहीं नितिन को लेकर अलका और खुशी की मां मंगला के बीच भी झगड़ा हो चुका था। अलका को अपनी बेटी की जगह नितिन का मंगला की बेटी को लाड़-दुलार करना चुभने लगा, जिसके चलते उसने मंगला की बेटी को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया और एक दिन 17 माह की मासूम खुशी को अकेला पाकर उसका गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया।
पति को शादी में भेज रची खुशी की मौत की साजिश
वारदात वाले दिन 23 दिसंबर को अलका को अपने पति सुनील मराठा के साथ बुलढाणा में एक शादी में शामिल होने जाना था। लेकिन उसने खुशी की हत्या की वारदात को अंजाम देने के लिए अपने पति को बहाने से अकेले शादी में भेज दिया। सुबह के वक्त जब खुशी घर के बाहर अकेले खेल रही थी, तो अलका उसे उठाकर घर के अंदर लाई और साड़ी से फंदा बनाकर उसका गला घोंट दिया। हत्या की वारदात को छिपाने के लिए आरोपी अलका ने बच्ची की लाश को बोरे में भरकर घर के पास बने खंडहर में मौजूद कुएं में फेंक दिया।
एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि 23 दिसंबर 2021 को खुशी के पिता दिलीप बोदड़े ने 17 महीने की बेटी खुशी उर्फ रूशाली के अपहरण की शिकायत दर्ज करवाई थी, शिकायत के दो दिन बाद 25 दिसंबर को खुशी का शव घर से थोड़ी दूर एक कुएं में मिला। पुलिस ने 23 दिसंबर को संदेह के आधार पर अलका मराठा के मोबाइल की कॉल डिटेल निकाली और उसे पूछताछ के लिए बुलाया। पूछताछ के दौरान अलका ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की।
जिसके बाद पुलिस ने शक के आधार पर अलका को हिरासत में लिया और सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गई और उसने खुशी की हत्या की वारदात को अंजाम देना कबूल कर लिया। पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि उसका उसके पड़ोसी नितिन के साथ अफेयर चल रहा था, वहीं उसे अपने प्रेमी और पड़ोसन खुशी की मां मंगला के बीच भी अफेयर होने का शक था। उसे नितिन का खुशी को लाड़ प्यार करना पसंद नहीं था, जिसके चलते वो अक्सर नितिन को रोका करती थी। वारदात के दो दिन पहले भी उसका खुशी को लेकर नितिन से विवाद हुआ था। इसलिए उसने नितिन को अपना बनाए रखने के लिए खुशी को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। आरोपी अलका को लगता था कि नितिन खुशी के कारण ही उसकी मां मंगला से बातचीत करता है, यदि खुशी नहीं रहेगी तो दोनों के बीच बातचीत भी बंद हो जाएगी।
पुलिस पूछताछ में अलका ने इस बात को भी स्वीकार किया कि उसने पुलिस को गुमराह करने के लिए गोलू बोदड़े के नाम से चिट्ठी लिखकर कुएं के पास फेंकी थी, ताकि किसी का उस पर शक ना जाए। पुलिस ने हत्या में उपयोग की गई साड़ी, फेंकी गई चिट्ठी को जब्त कर लिया है। हैंड राइटिंग मिलाने के लिए सैंपल भोपाल भेजे गए हैं
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