मध्य प्रदेश

घटिया गेहूं भंडारित करने का चल रहा खेल, जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान सरकारी बारदानों में पलटा रहे बिचौलियों का गेहूं

Gulabi Jagat
24 April 2024 4:42 PM GMT
घटिया गेहूं भंडारित करने का चल रहा खेल, जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान सरकारी बारदानों में पलटा रहे बिचौलियों का गेहूं
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रायसेन। श्री बेतवा वेयरहाउस बिलारा सांची के भाजपा विधायक के कट्टर समर्थक वीर सिंह पटेल का है ।यहां मजदूर हम्मालों की मिली भगत से वेयरहाउस से सड़ा हुआ गेहूं बोरियों में पैक करके फायदे के लिए वेयरहाउस में गोदाम किया जा रहा है ।इतना ही गेहूं खुले में खेतों में पड़ा हुआ है। किसानों का। बेमौसम आसमान पर बादल छाए हुए हैं कभी भी बारिश हो सकती है ।मालूम हो कि इसके पहले भी यहां बड़ी मात्रा में किसानों का गेहूं पानी में भीगने से सड़ जल चुका है ।उसे धूप में सुखाकर बोरियों में पैक करके हम्मालो द्वारा गोदामीकरण किया जा रहा है ।यह सब खेल वेयरहाउस मालिक और सर्वेयर मध्य प्रदेश हाउसिंग वेयरहाउस विभाग द्वारा किया जा रहा है। हालांकि कलेक्टर अरविंद दुबे ने वेयरहाउसों में पर गेहूं चना खरीदी के लिए तहसील स्तर नोडल अधिकारी भी बनाए हैं ।यह नोडल अधिकारी राजनीतिक दल की सरकार के नेताओं की गोदाम होने की वजह से उनके खिलाफ कुछ कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं ।जिससे किसान लुटने के लिए मजबूर है ।किसानों का गेहूं हम्मालों के जरिए 5 से 10 किलो प्रति बोरा कटौती किया जा रहा है ।जिससे किसान परेशान है ।उनकी शिकायतों को कोई सुनने वालावहां मौजूद नहीं रहता है।
बारदानों में गेहूं पलटाने से रूका मजदूर। आलम यह है कि मीडिया कर्मियों के सामने निडर होकर बारदान से सरकारी बारदान में ऐसे पलटने लग. समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी का कार्य किया जा रहा है। इस खरीदी के समय कुछ केन्द्र वाले सांठगांठ करके बेधड़क होकर किसानों के नाम से बिचौलियों का घटिया गेहूं खरीद रहे हैं। इस गेहूं को समिति बारदानों से सीधे बारदानों में पलटकर तौल करते हुए भंडारित कर रही है।कमोवेश यही हालात सलामतपुर रेलवे ब्रिज के पास एसजीएस वेयरहाउस के बने हुए हैं।यहां सलामतपुर सोसाइटी के जरिए रायसेन के चैनल के तथाकथित पत्रकार समर्थन मूल्य पर किसानों का गेंहू खरीदी करवा रहे हैं।जबकि जो वास्तविक किसान गेहूं लेकर केन्द्र पर आते हैं उनके गेहूं का ढेर लगा कर सेंपिल की जांच करके तुलाई का कार्य किया जाता है। जब सर्वेयर वास्तविक गेहूं को पास कर देता है। तब उसके गेहूं की तुलाई होती है वरना उसका ढेर तुलाई के इंतजार में रखा रहता है।
जो गेहूं किसान रूपी बिचौलियों का होता है वह वेयर हाउस के बाहर भारी तादाद में बारदान में भर कर गेहूं लाकर रख देते हैं और उस गेहूं का कोई ढेर नहीं लगता है और ना ही सर्वेयर उसको देखता है और सर्वेयर की उपस्थिति में ही मजदूर बिचौलियों के गेहूं के बारदान को सीधे सरकारी बारदानों में पलटा कर उसकी तुलाई करके वेयर हाउस के अंदर भंडारित कर देते हैं।
इस तरह छुपाते हैं घटिया गेहूं.....
वेयरहाउसों में ज्यादातर अन्नदाताओं के साथ गेंहूं का घालमेल किया जा रहा है।मेहबूब वेयरहाउस में भी बिचौलियों का गेहूं जो ढेर लगाने की अपेक्षा सीधे सरकारी बारदान में पलटा कर तौला जाता है उसको वेयर हाउस के अंदर जो स्टेक लगाए जाते है उसमें बीच में घटिया गेहूं को भर कर भंडारित कर दिया जाता है और गेहूं के स्टेक के बाहरी हिस्से मेें अच्छे गेहूं के बारदानों को भंडारित कर दिया जाता है ।ताकि कोई अधिकारी जांच करने के लिए आए तो घटिया गेहूं को नहीं देख सके।
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