मध्य प्रदेश

तबले की थाप से कराया विरह वेदना का अहसास

Kajal Dubey
22 Dec 2022 6:27 AM GMT
तबले की थाप से कराया विरह वेदना का अहसास
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ग्वालियर : हजीरा स्थित मोहम्मद गौस मकबरा परिसर में 98वां पांच दिवसीय तानसेन समारोह-2022 जारी है। तीसरे दिन सुबह-शाम सजीं सभाओं में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के कलाकारों ने गायन-वादन की प्रस्तुती दे रसिकों को रागों से मालामाल कर दिया। विशेष प्रस्तुती शाम की सभा में इंदौर से आए तबला वादक पंडित दिनेश शुक्ला की रही, जिनकी प्रस्तुती से रसिकों को विरह की वेदना का अहसास हुआ। दरअसल, पंडित शुक्ला की पत्नी का निधन दस दिन पहले हुआ है। उन्होंने सुर सम्राट के आंगन में दी गई प्रस्तुती अपनी पत्नी को समर्पित की। इससे पूर्व सुबह शाम की सभाओं का श्रीगणेश पारंपरिक ढंग से धु्रपद की प्रस्तुती के साथ हुआ।
सुबह के सभा में संगीत रसिकों को विश्व संगीत के समंदर में गोते लगाने का मौका मिला। प्रस्तुती के लिए जिंबाब्वे के कलाकारों को आमंत्रित किया गया। यह प्रस्तुती संगीत रसिकों के लिए यादगार बन पड़ी। जिंबाब्वे के ब्लेसिंग चिमंगा बैंड के कलाकारों ने अलावा मारींबा, सिंथेसाइजर, गिटार , सैक्सोफोन, ड्रम और मरीबा नामक वाद्य यंत्र पर अपने देशों की धुनें सुनाईं। बैंड में शामिल कलाकारों ने अफ्रीका की सांस्कृतिक व मौलिक धुनों को तेज रिदम के साथ प्रस्तुत किया तो युवा श्रोताओं में जोश भर गया। बैंड के मुख्य कलाकार चिमांगा हैं, जो अलावा मारींबा नामक अफ्रीकन वाद्य यंत्र बजाते हैं।
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