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बेसिक लाइफ सपोर्ट व सीपीआर जैसी तकनीकें बचाती हैं जीवन
भोपाल न्यूज़: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के पैरामेडिकल साइंसेज विभाग ने विश्वविद्यालय के फैकल्टी और छात्रों के लिए बेसिक लाइफ सपोर्ट और सीपीआर प्रशिक्षण पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया. कार्यशाला में बतौर एक्सपर्ट डॉ. असलम जमाली, एचओडी, फिजियोथेरेपी विभाग बीएमएचआरसी विशेष रूप से उपस्थित रहे. उन्होंने अपने संबोधन में बताया कि सीपीआर का मतलब है कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन. यह जीवनरक्षक तकनीक है जिसका इस्तेमाल हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट जैसी आपात स्थितियों में किया जाता है. बीएलएस बुनियादी चिकित्सा सहायता है, जो लोगों को अस्पताल पहुंचने से पहले या उन स्थितियों में दी जाती है, जहां चिकित्सा सुविधा तुरंत उपलब्ध नहीं होती है. मौके पर घायल को सीधा लिटा दें. उसकी नब्ज देखें, गर्दन की नाड़ी, नाक पर हाथ लगा देखें कि उसकी सांसें चल रही हैं. इसके बाद उसकी छाती खत्म होने व पेट शुरू होने वाली जगह पर अपने एक हाथ की हथेली पर दूसरे हाथ को रख कर उसे प्रेस करें. एक मिनट में 100 से 120 बार ऐसा करें. इसके बाद उसे अस्पताल पहुंचा दें.
यूजी-पीजी में एडमिशन शुरू
मध्यप्रदेश उच्च शिक्षा विभाग द्वारा अंडर ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन सत्र 2023-24 में प्रवेश प्रक्रिया की शुरुआत कर दी गई है. छात्र-छात्राएं प्रदेश में संचालित सभी निजी और सरकारी कॉलेजों में इसी प्रक्रिया से प्रवेश ले सकेंगे. यूजी फर्स्ट ईयर के ऑनलाइन पंजीयन के प्रथम राउंड की अंतिम तिथि 15 जून है, पीजी डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन 13 जून तक होगा.