मध्य प्रदेश

तबादलों की सूचना पर शिक्षक पड़े बीमार, एमपी एजुकेशन पोर्टल पर दर्ज की गलत जानकारियां

Admin Delhi 1
9 Jun 2023 12:37 PM GMT
तबादलों की सूचना पर शिक्षक पड़े बीमार, एमपी एजुकेशन पोर्टल पर दर्ज की गलत जानकारियां
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भोपाल न्यूज़: स्कूल शिक्षा विभाग ने 15 जून के बाद शिक्षकों के तबादले की तैयारी की है, यह प्रक्रिया 15 मई तक पूरी होनी थी लेकिन वरिष्ठ पदों पर प्रभाव देने की प्रक्रिया के चलते 15 जून के बाद तबादले होना तय बताया जा रहा है नई शिक्षा नीति के ड्राफ्ट के मुताबिक नवनियुक्त शिक्षकों को ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में कम से कम 3 साल और संपूर्ण सेवाकाल के न्यूनतम 10 साल काम करना होगा.

इस प्रक्रिया के तहत विभाग द्वारा ऑफिशल साइट एमपी एजुकेशन पोर्टल पर अतिशेष शिक्षकों की जानकारी मांगी गई थी. जिसमें अधिकतर शिक्षकों ने बाबू से सांठगांठ कर गलत जानकारियां पोर्टल पर दर्ज की है. शिक्षा विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट एमपी एजुकेशन पोर्टल से मिली जानकारी के अनुसार नीमच जिले में एक ही विद्यालय में करीब 9 से 14 शिक्षको ने अपने आप को गंभीर बीमारी से ग्रसित बताया हे. इसमें कहीं ना कहीं बाबू की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं.

एमपी एजुकेशन पोर्टल के अनुसार अधिकतर शिक्षक गंभीर रूप से बीमार होने के बावजूद भी विद्यालय में अपनी सेवाएं दे रहे हैं या यूं मानो की शिक्षकों ने तबादले से बचने विभागीय पोर्टल पर गलत जानकारियां दर्ज की है. प्रथम श्रेणी अधिकारियों के स्थानांतरण समन्वयक मुख्यमंत्री के अनुमोदन से किया जाएगा. ऐसे में केवल गंभीर बीमार दिव्यांग और जिन शिक्षकों की सेवानिवृत्ति 3 साल बाकी है उन्हें, ही इस प्रक्रिया से मुक्त रखा जाएगा. तबादले में वरीयता क्रम निर्धारित किया गया है नई नीति के मुताबिक शिक्षकों को निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की निजी पदस्थापना में पदस्थ नहीं किया जाएगा.

इसकी जानकारी शिक्षा विभाग द्वारा जारी पोर्टल पर देखी जा सकती है ऑफिशियल वेबसाइट एमपी एजुकेशन पोर्टल के अनुसार नीमच सीएम राइस विद्यालय में 14 शिक्षक गंभीर बीमारी से ग्रसित है बॉयज स्कूल नीमच में 8 शिक्षक गंभीर बीमार है गर्ल्स स्कूल बघाना में 7 शिक्षक गंभीर बीमार है एक्सीलेंस स्कूल में 5 शिक्षक गंभीर बीमार है गवर्नमेंट हाई सेकेंडरी जमुनिया कला में 9 शिक्षक गंभीर बीमार है इसी प्रकार जिले के अन्य विद्यालयों में भी किसी मे 2 तो किसी मे 3 शिक्षक गंभीर बीमारी से ग्रसित होना बताए हैं.

इनका यह कहना है

अतिशेष शिक्षकों के लिए पोर्टल पर जानकारी मांगी गई थी जिसमें शिक्षकों ने अपनी अपनी जानकारियां दर्ज की है अगर उसमें विसंगतियां है तो उन्हें दूर किया जाएगा और किसी शिक्षक द्वारा गलत जानकारी पोर्टल पर दी गई है तो उस संबंधित शिक्षक पर कार्यवाही करते हुए पोर्टल पर भी सुधार किया जाएगा. एक विद्यालय में यदि बड़ी संख्या में शिक्षक गंभीर बीमारी से ग्रसित होना बता रहे हैं तो यह जाँच का विषय है.

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