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नगर निगम की छोटी सी लापरवाही 31 हजार के ‘सपनों’ पर भारी
भोपाल न्यूज़: नगर निगम की एक गलती हजारों लोगों पर भारी पड़ रही है. शहर में गरीबों को आवास दिलाने के लिए चल रहे हाउसिंग फॉर ऑल प्रोजेक्ट में आवंटियों को बैंक लोन नहीं मिल रहा है. इसकी वजह यह है कि नगर निगम ने इन मकानों का पंजीयन रेरा में नहीं करवाया है. कुछ के नवीनीकरण की अवधि बीत गयी है. उसे रिन्यू नहीं करवाया गया है. इससे बैंक लोन नहीं दे रहे. नगर निगम शहर के हाउसिंग फॉर ऑल के तहत 31 प्रोजेक्ट चल रहे हैं. लेकिन रेरा में सिर्फ आठ प्रोजेक्ट का पंजीयन कराया है. यही नहीं समय से निर्माण कार्य भी पूरे नहीं हो रहे हैं. निगम को 31 हजार आवास बनाने हैं, लेकिन 1500 को ही आवंटन हुआ है.नगर निगम परिषद में भी सवाल उठ चुका है.
55 लाख रुपए तक के मकान
केंद्र सरकार सबको आवास के उद्देश्य से हाउसिंग फॉर ऑल प्रोजेक्ट चला रही है, लेकिन नगर निगम के संबंधित इंजीनियरों ने इसे कमाई का जरिया बना लिया. स्थिति यह है कि हाउसिंग फॉर ऑल के तहत किसी बिल्डर की तरह काम करते हुए निगम ने 55 लाख रुपए तक के फ्लैट मकान तय कर दिए. 55 लाख का फ्लैट रासलाखेड़ी प्रोजेक्ट में है.
रेरा पंजीयन खत्म हो गया है. इसे जल्द ही करवाया जा रहा है. दिक्कत जल्द खत्म हो जाएगी.
अब्दुल हसीब उस्मानी, जोनल अधिकारी, पीएमवाय प्रोजेक्ट
हम कलखेड़ा में भूखंड के लिए बुकिंग की है, लेकिन अब बैंक लोन नहीं मिल रहा. निगमायुक्त से मिलने की कोशिश कर रहे हैं.
नरेश विश्वकर्मा, नौकरीपेशा