मध्य प्रदेश

Singhpur Tola शासकीय प्राथमिक शाला बच्चों के हाथों में परोसी जा रही है रोटियां, चपरासी भी नहीं

Gulabi Jagat
14 Aug 2024 11:05 AM GMT
Singhpur Tola शासकीय प्राथमिक शाला बच्चों के हाथों में परोसी जा रही है रोटियां, चपरासी भी नहीं
x
Raisen रायसेन। सांची विकास खंड के तहत ग्राम पंचायत पेमत बर्रुखार सिंहपुर टोला नयापुरा गोंदरा के प्राइमरी स्कूलों के इनदिनों हाल बेहाल हैं।सांची ब्लॉक अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय सिंहपुर टोला गांव मे स्कूल संचालित है ।स्कूल की बिल्डिंग की छत जर्जर है किसी बड़ी अनहोनी को न्यौता दे रही है।एक शिक्षिका को पैमत स्कूल में अटैच कर दिया गया है।इस प्राइमरी स्कूल में नियमित रूप से 83 बच्चों की पढ़ाई सिर्फ 2 शिक्षकों के भरोसे है।जुगाड़ लगाकर टीचर घर के नजदीक सरकारी स्कूलों में अटैचमेंट करवा लेते हैं।ऐसी स्थिति में छात्र छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित होती है गरीबों के बच्चों का भविष्य अंधकार में बन जाता है अधिकारियों को चाहिए कि इन स्कूलों का औचक निरीक्षण कर शिक्षकों के अटैचमेंट समाप्त किए जाएं ।ताकि बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके।
बुधवार 14 अगस्त को दोपहर करीब 1.8 मिनिट पर स्कूल में पहुंचकर देखा तो जहां कक्षा 1 से 5वी के बच्चे स्कूल में करीब 10 छात्र बैठे थे ।जबकि स्कूल में बच्चों की संख्या 43 है प्रभारी प्रधानाध्यापक सहित एक शिक्षक उपस्थित थे।
मध्यान्ह भोजन योजना के तहत
बच्चों का खाना खाने का समय हुआ तब बच्चों को खाना बनाने वाली रसोईया बच्चों के हाथों में रोटी पकड़ा रही थी, खाने में रोटी के साथ सब्जी में कद्दू मिला रायता बना हुआ था। जबकि मीनू में कहीं भी रायते का जिक्र भी नही है ।मिड डे मील योजना के मीनू अनुसार खाना नही दिया जा रहा है। बच्चे अपने अपने बर्तन कटोरी सब्जी रखने के लिए घर से लाते है ।जबकि स्कूल में थाली उपलब्ध थी। बच्चों को न तो बैठने के लिए टाटपट्टी थी ओर न सही से व्यवस्था बच्चों को रोटी परसने के लिए किसी बर्तन में रखना चाहिए था। जबकि थैले में रख कर रोटी परोसीं जा रही है।पतली दाल जली एक दो रोटियां परोसी जाती हैं।जिससे बच्चे आधा पेट भोजन कर पढ़ाई करने के लिए मजबूर हैं। देखा जाए तो जिला शिक्षा केन्द्र ,शिक्षा विभाग द्वारा समय समय पर निरीक्षण न करने से स्कूलों के हालत बदतर होते जा रहे है। स्कूल
परिसर
में लगे हैडपम्प खराब पड़े है बच्चों को पानी पीने के लिए घर जाना पड़ता है या फिर घर से अपनी बाटल लेकर आते है।बल्कि स्कूली बच्चे बाल्टियों से पानी भरकर लाते हैं तब कहीं जाकर स्कूल के शिक्षकों बच्चो के पीने के पानी का इंतजाम ब मुश्किल हो पाता है।
इनका कहना है...
मैं सिंहपुर टोला प्राइमरी स्कूल के लिए नोटिस निकालवाता हूँ और में भी मामले जांच कर नियमानुसार कार्रवाई करूंगा।टीआर रैकवार डीपीसी जिला शिक्षा केंद्र रायसेन।
Next Story