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डिजिटल बीपी मॉनिटर में कई बार गलत रीडिंग देख घबरा रहे लोग, पहुंच रहे अस्पताल
इंदौर न्यूज़: आज के समय में ब्लड प्रेशर एक सामान्य बीमारी का रूप ले चुकी है. लगभग हर घर में एक सदस्य इस बीमारी से जूझ रहा है. इसे लाइफस्टाइल डिसीज माना जाता है, जो कई स्वास्थ्य जटिलताओं को जन्म दे सकता है. अब बुजुर्गों के साथ ही युवा लोग भी इससे पीड़ित होने लगे हैं.
दवाओं और जीवन शैली में बदलाव के साथ-साथ नियमित रूप से ब्लड प्रेशर की जांच करना इसे नियंत्रण में रखने और स्वस्थ रहने के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है. इसके लिए मैन्युअल ब्लड प्रेशर गेज या डिजिटल ब्लड प्रेशर मॉनिटर का इस्तेमाल किया जा सकता है. ऐसे में कई बार लोग घर में ही ब्लड प्रेशर मापने के लिए डिजिटल ब्लड प्रेशर मॉनिटर का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन यह मशीन कभी भी आपको बड़ी गफलत में डाल सकती है. ऐसे में चिंता हो सकती है.
केस 2
56 वर्षीय पुष्पा राठौर को हल्की घबराहट होने पर घर में मौजूद बीपी मशीन से जांच की. ब्लड प्रेशर बढ़ा निकला. इस पर परिजन तुरंत ही अस्पताल लेकर पहुंचे और भर्ती करवा दिया. जब अन्य जांचों के साथ ब्लड प्रेशर चेक किया गया तो स्थिति सामान्य निकली.
केस 1
40 वर्षीय अनिल शुक्ला ने अपने परिचित के घर पर बीपी की मशीन देख खुद की जांच करवाई. जब परिणाम में ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ निकला तो तुरंत ही नजदीकी अस्पताल में जाकर दखवाया. वहां पर जब मैन्युअल मशीन से जांच की गई तो ब्लड प्रेशर सामान्य निकला.
डॉक्टरों की सलाह पर ही करें जांच
भारतीयों में अति उपचार और अधिक जांचें करवाना भी बीमारी का कारण हो सकता है. ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने अपने घरों में ही ब्लड प्रेशर की मशीनें खरीद कर रख ली हैं. ये मशीनें उन्हीं लोगों के लिए होती हैं जिन्हें नियमित रूप से ब्लड प्रेशर देखने की जरूरत होती है. कई लोग स्वस्थ हुए भी बार-बार अपना ब्लड प्रेशर नापते हैं. इस तरह की आदतें मानसिक रूप से परेशान करतीं हैं. वहीं, कई बार डिजिटल मशीन द्वारा दिए गए रिजल्ट सही नहीं हो सकते. ऐसे में डॉक्टर द्वारा मैन्युअल मशीन से की जाने वाली ब्लड प्रेशर जांच ही सही मानी जा सकती है. सेल्फ मेडिकेशन के बजाय डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है.
डॉ. संजय लोंढे, चेस्ट फिजिशियन