मध्य प्रदेश

दुकानदारों को बातों में उलझाकर रखतीं और बच्चों से करवाती थीं चोरी, इनके कब्जे से चोरी का तीन लाख का माल बरामद

Shiddhant Shriwas
11 Feb 2022 1:00 PM GMT
दुकानदारों को बातों में उलझाकर रखतीं और बच्चों से करवाती  थीं चोरी, इनके कब्जे से चोरी का तीन लाख का माल बरामद
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 फाइल फोटो 

जानकारी के अनुसार गुरुवार को बैरागढ़ स्थित दूल्हे राजा कपड़ों की दुकान के मालिक जगदीश डडलानी पिता गोवर्धन दास ने रिपोर्ट की थी कि तीन अज्ञात महिलाएं कपड़े ब आर्टिफिशियल ज्वेलरी खरीदने के लिए दुकान पर आई थीं

जनता से रिस्ता वेबडेस्क: भोपाल की बैरागढ़ पुलिस ने तीन शातिर महिलाओं को गिरफ्तार किया है। ये दुकानदारों को बातों में उलझाकर रखतीं और बच्चों से चोरी करवाती थीं। मां, बेटा-बेटी सहित एक अन्य को पकड़ा है। इनके कब्जे से चोरी का तीन लाख का माल बरामद किया गया है।

जानकारी के अनुसार गुरुवार को बैरागढ़ स्थित दूल्हे राजा कपड़ों की दुकान के मालिक जगदीश डडलानी पिता गोवर्धन दास ने रिपोर्ट की थी कि तीन अज्ञात महिलाएं कपड़े ब आर्टिफिशियल ज्वेलरी खरीदने के लिए दुकान पर आई थीं। महिलाओं ने कर्मचारियों को बातों में उलझाकर कपड़े-आर्टिफिशियल ज्वेलरी, शेरवानी चुरा ली है। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की गई। दुकान की सीसीटीवी के आधार पर संदिग्ध महिलाओं की तलाश की गई। मुखबिरों से सूचना मिली कि उपरोक्त हुलिए की तीन संदिग्ध महिलाएं रेलवे स्टेशन के पास खड़ी हैं। सूचना पर टीम ने तीनों संदेही महिलाओं व लड़के को हिरासत में लिया। तीनों ने पूछताछ के दौरान घटना को स्वीकार किया। निशानदेही पर चोरी गए कपड़े ज्वेलरी आरोपियों के पेश करने पर जब्त किए गए।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम मुन्नी उर्फ शीला उर्फ रजनी पति जमुना प्रसाद चौहान (48), निवासी जैन नगर लालघाटी कोहेफिजा भोपाल, शिवानी पिता जमुना प्रसाद चौहान (22) निवासी सदर थाना, नेहा ठाकुर पति सुमित मिश्रा निवासी पप्पू भाई पार्षद की मल्टी में किराए से अशोका गार्डन और गौरव उर्फ गोलू पिता जमुना प्रसाद चौहान (23) जैन नगर लालघाटी कोहेफिजा भोपाल बताए गए हैं। शिवानी और गोलू मुन्नी की संतानें हैं।
आरोपियों से पूर्व में हुई घटनाओं के संबंध में पूछताछ की गई। थाना बैरागढ़ क्षेत्र से अगस्त, सितंबर व नवंबर में ज्वेलरी की दुकानों से सोने के जेवरात व ग्राहक की गाड़ियों के टायर पंचर होने का झांसा देकर बैग सहित नकदी रुपये चोरी करना स्वीकार किया।
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