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ग्वालियर: सर्व मराठी समाज ग्वालियर मराठा भाषी समाज का विशाल सम्मेलन "मराठी मेलावा" का आयोजन हुआ। यह भव्य आयोजन शनिवार 12 अगस्त को श्री जयाजी मराठा बोर्डिंग हाउस के प्रांगण में शाम पांच बजे से आयोजित हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय नागर विमानन व इस्पात मंत्री श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया जी उपस्थित रहे।
बाल राजे शिंदे ने मराठा बोर्डिंग द्वारा समाज के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि महाराज सिंधिया लगातार कार्यों की जानकारी देते रहते हैं। महाराष्ट्रियन ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष नितिन बालिंबे ने सिंधिया परिवार के इतिहास की जानकारी देते हुए कहा कि सिंधिया परिवार का ग्वालियर व मराठी भाषी समाज के विकास में बड़ा योगदान रहा है ।
मुख्य अतिथि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि आज मेरा काफी लम्बा प्रवास रहा है। मैं ग्वालियर नहीं अब अपने घर आया हूँ। मराठा इतिहास व मराठा साम्राज्य का अनूठा सम्बन्ध है। हम छत्रपति शिवाजी के सैनिक थे और एक आदेश पर अपना सर काट कर रख देते थे। हमारे पुराण व संस्कृति में लिखा है कि माँ भारती के सपूत हमेशा त्याग के लिए तैयार रहते हैं। बाल राजे को उनकी माँ ने क्या प्रशिक्षण दिया कि विदेशी आक्रांत को घसीट कर बाहर निकाल दिया। इस देश में ऐसे सपूत हजारों सालों मे पैदा होते हैं। उन की सोच केवल मराठा समाज के विकास की नहीं बल्कि हिन्दवी स्वराज के स्थापना की सोच थी। हमारे मराठा समाज की सोच समाज की नहीं बल्कि विकास प्रगति में भारत माता के पूजा की सोच रही है। छत्रपति शिवाजी की सेना में महिला योद्धा भी थी। मुगल आए, पठान आए और मराठा योद्धाओं ने उनका जमकर सामना किया । नज़ीर के सामने दत्ता जी सिंधिया ने साफ़ कहा जब तक जिएंगे तब तक लगेंगे। और हाथों में भगवा झंडा लेकर नज़ीर को मुह तोड़ जवाब दिया था।
महाराज ने मंच पर चल रहे कूलर को बंद कराते हुए हास्य के अंदाज में कहा कि इसे बंद कर दो मेरी चंबल की चमड़ी है। उन्होंने मंच से शिवाजी व सम्भा जी महाराज के शौर्य का वर्णन किया । जिस शापूर जी ने नवीन संसद भवन का डिजाईन बनाया उन्हीं को महाराज माधव राव प्रथम ग्वालियर लेकर आए थे । जिन्होंने ग्वालियर में पानी लाइन बिछाने का काम किया। ग्वालियर में बेह्तरीन सड़कों का निर्माण उन्हीं ने कराया । मराठा बोर्डिंग की शुरूवात भी उन्होंने ही की थी। कितनी दूरदर्शी सोच थी उनकी ।
आखिरी में सिंधिया ने मराठी भाषी समाजों के लोगों से अपील की कि आप सभी मेरे साथ आओ मैं विश्वास दिलाता हूँ हम सभी मिलकर पुराने ग्वालियर की सुंदरता वापस लाएंगे। आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पहली बार मराठा बोर्डिंग परिसर में पहुँचे। जहां पहुँच कर उन्होंने सबसे पहले कैलाशवासी श्रीमंत माधव राव सिंधिया प्रथम की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। फिर मंच पर पहुँच कर समाज के लोगों से भेंट की। सिंधिया के स्वागत के लिए परिसर को भव्यता से सजाया गया था।