मध्य प्रदेश

बच्चों के बस्तों का बोझ कम करने स्कूल शिक्षा विभाग ने फिर जारी किए फरमान

Admin4
23 Feb 2024 12:40 PM GMT
बच्चों के बस्तों का बोझ कम करने स्कूल शिक्षा विभाग ने फिर जारी किए फरमान
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रायसेन। शासन के आदेशों को सभी स्कूलों में प्रसारित किया गया है। यदि इसके बाद भी बच्चों को अधिक वजन के बस्ते उठाने पड़ रहे है तोबच्चों के बस्तों का बोझ कम करने स्कूल शिक्षा विभाग ने फिर जारी किए फरमान इनकी जांच की जाएगी। यदि बच्चों के बस्तों का वजन तय मानक से अधिक पाया जाता है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
-टीआर रैकवार डीपीसी, सर्व शिक्षा अभियान रायसेन।
विभाग द्वारा तय किया गया मानक वजन
कक्षा वजन
1 1.6 से 2.2 किलो
2 1.6 से। 2.2 किलो
3 1.7 से 2.5 किलो
4 1.7 से। 2.5 किलो
5 1.7 से 2.5 किलो
6 2 से 3 किलो
7 2 से 3 किलो
8 2.5 से 4 किलो
9 2.5 से 4.5 किलो
10 2.5 से 4.5 किलो
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बच्चों के बस्ते को बोझ को लेकर शासन के निर्देशन के विषय में फिजियोथैरपिस्ट डॉ. पीयूष गुप्ता का कहना है कि बच्चों के कंधों पर अधिक वजन से उनकी रीढ़ की हड्डी की सहित अन्य प्रकार की परेशानी हो सकती है। इन्हीं परेशानियों के चलते शासन ने भी विशेषज्ञों की राय पर बस्ते का वजन कम करने की पॉलिसी लागू की है, मगर न तो इस पर जिम्मेदार विभाग कोई ध्यान दे रहा है और न ही स्कूल प्रबंधन।
रायसेन।बच्चों के बैग के वजन को लेकर लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा एक बार फिर से निर्देश जारी किए गए है। इन निर्देशों में बच्चों की कक्षा के अनुसार बस्ते का बोझ निर्धारित किया है। इस व्यवस्था को लागू करने के लिए सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए है। विदित हो कि स्कूल बैग पॉलिसी के तहत सरकार लगातार बस्ते का बोझ कम करने के लिए प्रयास कर रही है, लेकिन जिले में इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
जिला शिक्षा विभाग की उदासीनता के चलते बच्चों के बैग का बोझ कम होता नहीं दिख रहा है। शासन ने जहां स्पष्ट निर्देश दिए है कि कक्षा 1 एवं 2 के बच्चों के बैग का वजन 2.2 किग्रा से अधिक नहीं होना चाहिए वहीं कक्षा 10वीं के छात्र के स्कूल बैग का वजन 4.5 किलोग्राम से अधिक होना चाहिए।
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