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मध्य प्रदेश
Sand Mafia: जिले की नर्मदा नदी की रेत घाटों पर जगह जगह खुलेआम हो रहा अवैध उत्खनन
Gulabi Jagat
9 Jun 2024 8:52 AM GMT
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रायसेन Raisen। जिले की जीवन दायिनी नर्मदा नदी के रेत खदान घाटों पर रसूखदार रेत माफियाओं की जमकर दबंगई चल रही है।क्योंकि इन रेत माफियाओं को सत्ताधारी सरकार के सफेद पोश नेताओं कुछ जनप्रतिनिधियों का खुला संरक्षण हासिल है।इसीलिए राजस्व अधिकारियों से लेकर पुलिस अफसर चाहकर भी कोई कार्रवाई नहीँ करते।जिससे रेत माफिया नर्मदा नदी में सरेआम पनडुब्बी पोकलिन मशीने नदी में डालकर नर्मदा नदी का सीना छलनी कर जमकर रेत निकालने में जुटे हुए हैं। जबकि प्रदेश भर के जिलों में खनिज माफियाओं के विरुद्ध मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव विशेष अभियान चलाकर एक्शन मोड पर है।
नदी में खनन, गड्ढों से हुआ खतरा पैदा...
इनका कहना है.....
मैं अभी शासकीय कार्य से हाइकोर्ट जबलपुर High Court Jabalpur आया हूं। यहां से लौटने के बाद रायसेन आकर देखा जाएगा कि कहां रेत अवैध खनन किया जा रहा है। आरके कैथल जिला खनिज अधिकारी रायसेन जिले में बड़े पैमाने पर चोरी-छिपे अवैध खनन जारी है। लेकिन जहां खुले आम जेसीबी और पोकलेन चलाकर धरती को छन्नी करने में रेत पत्थर मुरम भसुआ माफिया दिनरात जुटा हुआ है, वहां कार्रवाई नहीं हो रही है। इन स्थलों के वीडियो, फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के साथ-साथ शिकायतें भी हो रही हैं।किंतु फिर भी जिम्मेदार मौके पर पहुंचकर रोकथाम तक की कोशिश नहीं कर रहे हैं। इसी वजह से खनन माफिया बेखौफ हैं। इतना सब होने के बाद अब ग्रामीणों ने चेतावनी दी है और कहा है कि अगर जिला प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया तो वह प्रदर्शन से लेकर चक्काजाम तक कर सकते हैं।Raisen
चरनोई की पहाड़ी खोद डाली....
पत्थर खनिज माफियाओं के हौसले बुलंद इस कदर हो रहे हैं कि तहसील रायसेन के पत्थर खदानों के आसपास शहर से सिर्फ 15 किमी दूर सेंडोरा ,पिपरिया आदि गांव में सफेद पत्थरों का अवैध खनन रहा है।ज्यादा तर यह पत्थर खदानें राजस्थान के ठेकेदारों की है।इसीलिए माइनिंग विभाग के अधिकारी बजाय कार्रवाई के अभयदान देकर बचा रहे हैं।High Court Jabalpurइतना ही नहीं यह पत्थर माफिया चरनोई की 400 बीघा क्षेत्रफल में फैली पहाड़िया पर अवैध खनन कर सफेद पत्थर कोपरा मुरम निकाली जा रही है। इसकी शिकायत हुई और वीडियो भी वायरल हुए। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं। हर दिन 40 से 60 ट्रैक्टर से मुरम की ढुलाई जारी है और पोकलेन खुदाई करने में लगी है।इसके अलावा हक़ीमखेड़ी तौर अंधेर मिर्जापुर करहोद मुरेल खुर्द टपरा पठारी बड़ोदा आदि गांवों में पत्थर माफिया एक बार फिर से सक्रीय होने लगे हैं।
तीन जिमेदार विभाग फिर भी कार्रवाई नहीं....
अवैध खनन Illegal mining की रोकथाम को लेकर तीन विभाग जिमेदार हैं। राजस्व विभाग के पास पूरी एक टीम है। मैदानी अमले में कोटवार, पटवारी और फिर राजस्व निरीक्षक, नायब तहसीलदार, तहसीलदार और एसडीएम तक शामिल हैं। इसी तरह पुलिस भी कार्रवाई करने में समक्ष है। वहीं खनिज विभाग के आला अधिकारी और मैदानी अमले को रोकथाम के लिए जिम्मेदारी दी गई है।लेकिन बावजूद इसके यह अमला पत्थर मुरमाफियाओं के सामने नतमस्तक साबित हो रहा है।
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Gulabi Jagat
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