मध्य प्रदेश

पुलिसकर्मी की संदिग्ध हालत में मौत, थाने वालों ने भी नहीं की सुनवाई

Admin Delhi 1
14 Dec 2022 10:08 AM GMT
पुलिसकर्मी की संदिग्ध हालत में मौत, थाने वालों ने भी नहीं की सुनवाई
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इंदौर न्यूज़: धार की 34वीं बटालियन में पदस्थ पुलिसकर्मी की इंदौर में संदिग्ध हालत में मौत हो गई. बेटे ने ट्रेनिंग सेंटर के अधिकारी और थाना पुलिस को पिता की मौत का जिम्मेदार ठहराया है. आरोप है, पिता के गैरहाजिर होने की सूचना कई दिन बाद मिली. जब थाने पर गुमशुदगी दर्ज कराने पहुंचे तो प्रमाण मांगा गया. बाद में पता चला, पिता भंवरकुआं क्षेत्र में भूखे-प्यासे मिले हैं. उन्हें निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया पर वह बच नहीं सके.

अन्नपूर्णा पुलिस के मुताबिक, ओमप्रकाश सांवरे निवासी तारापुर (धार) की शनिवार रात संदिग्ध हालत में मौत हुई. पीएम कराया है. ओमप्रकाश हेड कांस्टेबल के पद पर थे. धार की 32वीं बटालियन से वे विभागीय ट्रेनिंग में शामिल होने 30 नवंबर को इंदौर की 15वीं बटालियन आए थे. 2 दिसंबर को वे ट्रेनिंग से गैरहाजिर हो गए. बटालियन अधिकारी ने उनके परिजन को सूचना दी थी. भंवरकुआं क्षेत्र में रहने वाले भांजे ने ओमप्रकाश को ट्रांसपोर्ट नगर के समीप बदहाल स्थिति में देखा था. उनकी सूचना पर बेटा सावन धार से इंदौर आया. उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई. घटना की जांच कर रहे हैं.

किसी को पहचान नहीं रहे थे बेटे: सावन ने बताया, पिता 2 दिसंबर से लापता थे. 8 दिसंबर तक उनका पता नहीं चला. बेटे नशे् आरोप लगाया कि पिता के गुम होने पर 15वीं बटालियन के अफसरों ने कोई कार्रवाई नहीं की. थाने में रिपोर्ट भी नहीं डालने दी. मल्हारगंज थाने पहुंचे तो पिता के गुम होने के संबंध में प्रमाण मांगा गया. थाना स्टाफ इस संबंध में बटालियन से लिखवाकर लाने को कहता रहा. बटालियन गए तो अफसर कहने लगे घर पर सूचना भेज रहे हैं. 10 दिन बाद भी पिता के संबंध में कोई पेपर घर नहीं पहुंचा. 9 दिसंबर को पिता भंवरकुआं क्षेत्र में भूखे-प्यासे मिले. उनके कपड़े गीले थे. वे किसी को पहचान नहीं पा रहे थे. बटालियन व थाना पुलिस के अधिकारी पिता की मौत के लिए जिम्मेदार हैं.

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