मध्य प्रदेश

होटल में खिला रहे थे ऑनलाइन आईपीएल सट्टा, करोड़ों का हिसाब जब्त

Shantanu Roy
23 May 2022 12:04 PM GMT
होटल में खिला रहे थे ऑनलाइन आईपीएल सट्टा, करोड़ों का हिसाब जब्त
x
बड़ी खबर

इंदौर। ऑनलाइन आईपीएल क्रिकेट मैच का सट्टा चलाने वाले दो आरोपितों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से एक टीवी, नौ मोबाईल, छह रजिस्टर जिसमें लाखों के हिसाब-किताब, एक लैपटॉप , पेनड्राइव , छह सिम ,तीन कैलकुलेटर व चार लाख 60 हजार 700 रुपये बरामद किए। सट्टे के लिए किसी अन्य व्यक्ति के नाम से फर्जी दस्तावेज तैयार कर सिमकार्ड लेकर उपयोग कर रहे थे। आरोपितों ने सट्टे की मास्टर आईडी पर दस प्रतिशत कमिशन प्राप्त करना एवं एजेंट आईडी पर पांच प्रतिशत कमिशन प्राप्त करना स्वीकार किया।

पुलिस आयुक्त नगरीय हरिनारायणचारी मिश्र द्वारा कमिश्नरेट में ऑनलाइन जुआ, सट्टा एवं अवैधानिक गतिविधियां संचालित करने वाले आरोपितों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया गया हैं। उक्त निर्देशों के अनुक्रम में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) राजेश हिंगणकर के मार्गदर्शन में पुलिस उपायुक्त (अपराध शाखा) निमिष अग्रवाल एवं अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त गुरू प्रसाद पाराशर द्वारा ऑनलाइन जुआ, सट्टा संचालित करने वाले आरोपियों के संबंध में पतारसी एवं धरपकड़ हेतु आवश्यक कार्यवाही के लिए अपराध शाखा इंदौर की टीमों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।
इसी अनुक्रम मे क्राइम ब्रांच टीम को मुखबिर द्वारा सूचना मिली थी कि अन्नपूर्णा क्षेत्र के मकान नं 169, क्रांति कृपलानी नगर में क्रिकेट मैच का सट्टा संचालित किया जा रहा है। मुखबिर की सूचना पर क्राइम ब्रांच टीम व थाना अन्नपूर्णा के द्वारा संयुक्त कार्यवाही करते हुए मुखबिर के द्वारा बताए स्थान पर दबिश देते उक्त फ्लैट में दो व्यक्ति को देखा जो लैपटॉप के माध्यम से आईपीएल का मैच का सट्टा संचालित कर रहा थे।
जिसे टीम द्वारा पकड़ा व पूछताछ पर अपना नाम मनोज उदासी पुत्र मथुरा लाल निवासी– 169 क्रांति कृपलानी नगर अन्नपूर्णा, अवि उदासी पुत्र मनोज निवासी क्रांति कृपलानी नगर बताया। पूछताछ में आरोपितों ने उक्त मकान से आईपीएल मैच की लैपटॉप में इंटरनेट से ग्राहकों को आईडी बनाकर आईपीएल के मैच में सट्टा खिलवाना एवं सिमकार्ड का किसी अन्य व्यक्ति के नाम से फर्जी दस्तावेज तैयार कर लेना स्वीकार किया। थाना अन्नपूर्णा में दोनों के विरुद्ध धारा 66 आईटी एक्ट एवं 420,467,468 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
Next Story