मध्य प्रदेश

कथा का छठा दिन, पितृ आज्ञा से अयोध्या राजकुमार राम ने राष्ट्र कुमार राघव बनने के लिए वानप्रस्थ स्वीकार किया

Gulabi Jagat
23 Jan 2025 5:31 PM GMT
कथा का छठा दिन, पितृ आज्ञा से अयोध्या राजकुमार राम ने राष्ट्र कुमार राघव बनने के लिए वानप्रस्थ स्वीकार किया
x
Nagda: सात दिवसीय कथा के पंचम सोपान में सनातन की धर्म ध्वजा फहराने वाली आज की युवाओं की आदर्श यूथ आईकॉन महामंडलेश्वर अन्नपूर्णागिरी ने युवाओं को श्री राम के वानप्रस्थ प्रसंग में मर्यादा का पाठ पढ़ाया। अपने पिता की आज्ञा का पालन करते हुए अयोध्या का राजपाट छोड़ राजकुमार से वनवासी बने श्री राम पुरुषोत्तम का दर्जा उनके अनुशासन एवं त्याग के कारण मिला। श्री रामचरितमानस के कैकयी दशरथ प्रसंग एवं विभिन्न चरित्र सुनाते हुए कथा व्यास ने कहा की श्री राम कथा हमें जीवन के प्रबंधन की शिक्षा देती है श्री राम कथा को पढ़ने वाला जीवन में कभी परास्त नहीं होता तथा सफलता की शिकार पर अपने कुल एवं राष्ट्र का नाम गौरवान्वित करता है। कथानक के माध्यम से उन्होंने संदेश दिया कि राम कथा के अनुसार हमें खुशी में ज्यादा उछलना नहीं और दुख में फिसलना नहीं चाहिए। यह दोनों ही पश्चात आपके कारण बनते हैं और जीवन को विनाश की ओर ले जाते हैं। जरूर से ज्यादा रोशनी भी इंसान को अंधा बना देती है क्योंकि मर्यादा पुरुषोत्तम अगर वनवास ना गए होते तो कभी पुरुषोत्तम नहीं कहलाते वे केवल अयोध्या के राजकुमार बन पाते। किसी का वक्त बदलने में कभी देर नहीं लगती केवल जरूरत है तो जीवन को संयमित और विवेक पूर्ण अभ्यास की। कैकेयी का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया स्त्रियों जब त्रिया चरित्र पर आती है तो उनका कोई जवाब नहीं वे परिवार को विध्वंस की ओर ले जाती है। दशरथ ने प्रसन्नता के चरणों में वचन दिए जिसका दुष्परिणाम संपूर्ण अयोध्या को झेलना पड़ा इसलिए वादा वही करना चाहिए जो निभाने योग्य हो।
कथा में उपस्थित अतिथि पुलिस प्रशासन, डॉक्टर एवं प्रेस के प्रिंट इलेक्ट्रानिक मीडिया पत्रकार का अभिनंदन कर उनके परिश्रम त्याग की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि कोरोना कल में अगर पुलिस और चिकित्सक नहीं होते तो आज श्रोतागण इस पंडाल में नहीं बैठे होते। राष्ट्र के प्रति अपने समर्पण एवं सेवाओं के लिए चिकित्सकों और पुलिस प्रशासन का आभार माना। व्यास पीठ से श्याम परिवार के संयोजक अध्यक्ष एवं पुरुष महिला कार्यकर्ता तथा प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष सहयोग करने वाले सभी सहभागियों का मुक्त कंठ से प्रशंसा कर उत्साह वर्धन किया। कहां की इतनी कम समय में इतना शुभ अवस्थित सुसज्जित एवं अनुशासित कथा का आयोजन नगर में केवल श्याम परिवार ही कर सकता है। क्योंकि श्याम परिवार से वह कई वर्षों से जुड़े हैं तथा देशभर में उनकी कथाओं में यहां के सदस्य उपस्थित होते हैं। कथा प्रसंग में अयोध्या के राजकुमार राम का वनवास हुआ जब विभिन्न प्रकार से विभिन्न बढ़ाओ से परिचित होकर पुनः राम जब अयोध्या लूट तो श्री राम कहलाए। युवाओं को ऐसा कार्य नहीं करना चाहिए कि वह अपने कर्मों से अपने पिता का नाम बदनाम करें इसलिए श्री राम कथा को सुने एवं उसका अनुसरण करें। जीवन में स्थिति कितनी भी मन स्थिति कभी कमजोर नहीं होना चाहिए। विपत्तियों को अपने विवेक एवं सदाचरण से तपोवल बनाकर सफलता प्राप्त की जाती है।
भाई एवं कष्टों से मुक्ति पाने के लिए माता बगलामुखी का 36 जड़ी बूटी तथा तीन तरह के मधु से आहुति देकर अनुष्ठान 25 जनवरी को 108 कुंडी यज्ञ कथा पंडाल में संपन्न कराया जाएगा। आगंतुक अतिथियों का सत्कार कार्यक्रम संयोजक पंकज नामदेव, अध्यक्ष मुकेश मोहता, मनीष अग्रवाल, बसंत मालपानी, पंडित अनिल शर्मा पंकज अग्रवाल निलेश मेहता द्वारा शाम पट्टीका पहनकर किया गया। यह रहे अतिथि नवनियुक्त भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष राजेश धाकड़ पूर्व विधायक लाल सिंह राणावत नगर पुलिस अधीक्षक बृजेश श्रीवास्तव नागदा मंडी थाना प्रभारी अमृत लाल गवरी वरिष्ठ पत्रकार गोपाल मावर राघवेंद्र ठाकुर कैलाश सनोलिया शरद गुप्ता लोकेश डिंगोरिया प्रेस क्लब अध्यक्ष दीपक चौहान सिटी प्रेस क्लब अध्यक्ष नीलेश रघुवंशी पत्रकार राजेश रघुवंशी रवि रघुवंशी सुरेश रघुवंशी संजय शर्मा बृजेश बोहरा महेश कच्छावा बबलू यादव पत्रकार, कमलेश जायसवाल प्रीति जायसवाल, जितेंद्र सेन रमाकांत पांचाल राठौर क्षत्रिय समाज महिला मंडल पोरवाल सखी मंडल पंडित लोकेश शर्मा पंडित हरिओम शर्मा आदि का स्वागत किया गया। गुरुवार को श्री राम कथा पंडाल में सुबह जिन शासन द्वारा आयोजित दीक्षा महोत्सव में श्याम परिवार द्वारा कथा स्थल पर भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें श्याम परिवार के सभी सदस्यों को आमंत्रित कर उनका बहुमान कर पूज्य श्री महाराज साहब द्वारा आशीर्वाद दिया गया । प्रसादी का लाभ राजेश गर्ग द्वारा लिया गया। जानकारी मीडिया प्रभारी निलेश मेहता ने दी।
Next Story