मध्य प्रदेश

अब एक्सपर्ट की मदद से सुलझाएंगे साइबर क्राइम की गुत्थी

Admin Delhi 1
25 April 2023 7:08 AM GMT
अब एक्सपर्ट की मदद से सुलझाएंगे साइबर क्राइम की गुत्थी
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इंदौर न्यूज़: हाइटेक तकनीक की मदद से लोगों को ठगी का शिकार बनाकर गायब हो जाने वाले साइबर अपराधियों को पकड़ने के लिए मप्र पुलिस अब साइबर एक्पर्ट्स की मदद लेगी. इन एक्सपर्ट्स को कॉन्ट्रेक्ट के आधार पर तैनात किया जाएगा. इसके लिए राज्य साइबर सेल ने पहले चरण में प्रदेश में 27 साइबर एक्सपर्ट्स तैनात करने की तैयारी की है.

अभी फाइल को मंजूरी के लिए गृह विभाग भेजा गया है. दिसंबर 2021 में राज्य साइबर सेल ने साइबर अपराध और अपराधियों से निपटने के लिए रोडमैप तैयार किया था. इस पर पांच साल में करीब 850 करोड़ खर्च किए जाने थे. इसमें डायल-100 की तर्ज पर क्विक रिस्पॉन्स टीम, शिकायत पोर्टल, कम्पलेन मैनेजमेंट सिस्टम और सौ थानों में साइबर डेस्क तैयार की जानी है. इसके साथ ही प्रदेश में 80 साइबर एक्सपर्ट्स की भी तैनाती होनी थी. पांच साल के इस रोडमैप के पहले चरण यानी दो साल में 160 करोड़ रुपए खर्च किए जाने थे. फिलहाल साइबर एक्सपर्ट्स की तैनाती के क्रम में मप्र के सभी पुलिस जोन समेत प्रमुख शहरों में साइबर एक्सपर्ट रखे जाएंगे. उधर दिन प्रतिदिन बदल रहे साइबर अपराध के तरीकों और नई तकनीकों के इस्तेमाल से साइबर अपराधी पुलिस की पकड़ से दूर बने रहते हैं. अपराधी लोगों की निजी जानकारी लेकर क्राइम को अंजाम देते हैं.

एक्सपर्ट के लिए तय किए दो ग्रेड: साइबर एक्सपर्ट की योग्यता के अनुसार इन्हें दो ग्रेड पर रखा जाएगा. साइबर क्राइम समेत इससे संबंधित विधा में पारंगत एक्सपर्ट्स को 9 लाख और 7.50 लाख रुपए वार्षिक पैकेज दिए जाने की व्यवस्था की गई है. एक्सपर्ट्स के चयन के मापदंड तय किए जा रहे हैं. राज्य साइबर सेल के एडीजी योगेश देशमुख के मुताबिक ये एक्सपर्ट साइबर क्राइम की रोकथाम और अपराधियों की धरपकड़ में राज्य साइबर सेल के मददगगार बनेंगे.

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