मध्य प्रदेश

छात्रों को उकसाने वाले मैसेज वायरल किए, ग्वालियर में 10 संचालक रडार प

Admin4
17 Jun 2022 12:25 PM GMT
छात्रों को उकसाने वाले मैसेज वायरल किए, ग्वालियर में 10 संचालक रडार प
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छात्रों को उकसाने वाले मैसेज वायरल किए, ग्वालियर में 10 संचालक रडार प

सेना भर्ती की 'अग्निपथ योजना' की विरोध की आग ग्वालियर के बाद शुक्रवार को इंदौर में भी भड़क उठी। सुबह सैकड़ों की संख्या में युवाओं ने स्टेशन पर हंगामा और पथराव किया। उसके बाद युवाओं ने मुंबई-आगरा हाईवे पर जाम लगा दिया। हंगामा देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। विरोध की ये आग कैसे भड़की, उपद्रव कैसे फैला? इसे लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। इसे लेकर सेना भर्ती के लिए फिजिकल कोचिंग देने वाली एकेडमी के 10 संचालक पुलिस की रडार पर हैं। इनमें से 6 को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। मुरैना में एक युवक को गिरफ्तार भी किया गया है। उसने सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल किए थे।

पुलिस को संदेह है कि इन्हीं एकेडमी संचालकों ने युवाओं को उपद्रव के लिए उकसाया। पुलिस को आरोपी छात्रों के मोबाइल से कुछ ऐसे मैसेज भी मिले हैं, जिसमें ये बताया गया है कि 'अग्निपथ' के विरोध में देशभर में 42 युवाओं ने खुदकुशी कर ली है। भोपाल में भी एक युवक ने सुसाइड किया है। मॉर्फिंग (फोटो से छेड़छाड़) के जरिए इसके वीडियो भी बनवाए गए। पुलिस अब ये पड़ताल कर रही है कि आखिर ये वीडियो किसने बनवाए और किन-किन लोगों ने प्रसारित करवाया।

कोचिंग संचालकों ने सीधे तौर पर मदद की: CSP ऋषिकेश मीना

ग्वालियर के मुरार सीएसपी ऋषिकेश मीना ने दैनिक भास्कर को बताया कि गोले के मंदिर से 16 और सराय क्षेत्र से 21 छात्रों को गिरफ्तार किया गया है। सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल की जा रही है। शाम तक गिरफ्तारियों की संख्या और बढ़ सकती है। उन्होंने भी ये स्वीकार किया है कि फिजिकल ट्रेनिंग की अकादमी चलाने वाले संचालकों से पुलिस पूछताछ कर रही है। ऐसे 10 संचालक पुलिस के रडार पर हैं। ये पता किया जा रहा है कि इन संचालकों ने छात्रों की सीधे तौर पर मदद की या पीछे रहकर उन्हें उपद्रव के लिए उकसाया।

इस बात की भी जांच की जा रही है कि सोशल मीडिया पर अग्निपथ के विरोध में छात्रों के सुसाइड वाले मैसेज किसने तैयार करवाए? किन लोगों ने इन मैसेज को सर्कुलेट किया। ग्वालियर प्रशासन ने बाकायदा एक नोट जारी कर इस बात की पुष्टि की है कि उपद्रव में कोचिंग संचालकों की भूमिका संदिग्ध है। एसडीएम और टीआई से कहा गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र की फिजिकल अकादमी की जानकारी अनिवार्य रूप से रखें।

भिंड, मुरैना से टायर और डंडे लेकर पहुंचे थे छात्र

गोले का मंदिर चौराहे पर तैनात सूबेदार प्रमोद साहू ने ही सबसे पहले पुलिस कंट्रोल रूम को छात्रों की भीड़ की खबर दी थी। साहू ने दैनिक भास्कर को बताया कि 11.45 बजे थे। पहली बस में 12 लड़के आए। थोड़ी देर बाद और लड़के आए, उनके हाथों में डंडे थे। फिर देखा कि हर बस से छात्र उतर रहे हैं। मैंने तुरंत कंट्रोल रूम को सूचना दी कि कुछ गड़बड़ है। तब तक तो छात्रों ने सड़कों पर टायर जलाने शुरू कर दिए थे। इसके बाद भिंड-मुरैना से आने वाली बसों की ग्वालियर में एंट्री रोक दी गई थी। यदि ऐसा नहीं होता, तो बड़ी संख्या में छात्र जुट सकते थे।

फर्जी संदेश भेजने वालों की तुरंत पहचान

पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों का कहना है कि ग्वालियर में स्थिति नियंत्रण में हैं। छात्रों को उकसाने वालों की पहचान की जा रही है। इंदौर में कुछ छात्रों ने चक्काजाम की कोशिश की थी, उन्हें हटा दिया गया है। पूरे प्रदेश में कहीं कोई हिंसा या उपद्रव के हालात नहीं है। हम सोशल मीडिया की भी पूरी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। फर्जी संदेश भेजने वालों की तुरंत पहचान हो रही है।

सोशल मीडिया पर मैसेज- मुरैना चलो, आंदोलन करेंगे

मुरैना पुलिस ने भड़काऊ पोस्ट सोशल मीडिया पर डालने वाले योगेंद्र सिंह नाम के युवक को गिरफ्तार किया है। अंबाह में एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया था। वहां पुलिस बल भी तैनात है।बावजूद उपद्रवी तत्व सोशल मीडिया पर युवाओं को भड़का रहे हैं। योगेंद्र ने मैसेज डाला- 'मुरैना चलो, मुरैना चलो,'। सभी भाइयों से निवेदन है कि मुरैना में सुबह 11 बजे आंदोलन करेंगे। उसके बाद फिर रेलवे स्टेशन पर पटरी को तोड़फोड़ करेंगे। सभी भाई मैसेज को फैला दें, जो देख रहे हैं, वे सभी मुरैना आएं। अंबाह, पोरसा, मेहगांव, भिंड, ग्वालियर 20 जून 2022 जय जवान, जय किसान, मुंहतोड़ जवाब।'

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