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नापतौल विभाग ने नई दरों के आधार पर वाहनों के मीटर नहीं किए सेट
भोपाल न्यूज़: यात्री वाहनों में मीटर से किराया केवल खानापूर्ति बना हुआ है. सुधार के दस बाद भी इनमें परिवर्तन नहीं हुआ. मीटर पुरानी दरों को दर्शा रहा है जबकि यात्रियों से किराया नई दरों से वसूली की जा रही है. यात्रियों और वाहन चालकों में विवाद की स्थिति बन रही है.
ऑटो, टैक्सी और मैजिक वाहनों के किराए में संशोधन के लिए आदेश तो जारी हो गया लेकिन कागजों पर यह नहीं सुधरा. किराया तो बढ़ गया लेकिन कागजों में नहीं सुधरा. राजधानी में लोकल ट्रांसपोर्ट सिस्टम के तहत ऑटो मैजिक और टैक्सी वाहन चल रहे हैं. इनका किराया संभागायुक्त के जरिए निर्धारित होता है. फरवरी 2022 में हुई बैठक के दौरान किराए में बढ़ोत्तरी की गई थी. इसका आदेश जारी कर दिया गया. इस आदेश के बाद ऑटो और वाहनों के मीटर नए किराया दरों के मुताबिक सेट किए जाने थे. लेकिन इस पर अमल नहीं हुआ. किराया में बढ़ोत्तरी तो कर दी गई लेकिन मीटर को नहीं सुधारा.
शहर में दस हजार से ज्यादा ऑटो और मैजिक:
शहर में दस हजार से ज्यादा ऑटो और मैजिक वाहनों का संचालन हो रहा है. मीटर के जरिए इनका किराया तय होता है. कई वाहनों में किराए दरों के आधार पर मीटर सेट किया जाता है. लेकिन इससे किसी को सरोकार ही नहीं है. मीटर से किराया खानापूर्ति बन गया है.
होना चाहिए संशोधन:
मैजिक वाहन चालक एसोसिएशन के अध्यक्ष गनी खान ने बताया कि इसमें संशोधन होना चाहिए. यह लापरवाही है. संभागायुक्त की बैठक में सभी विभाग के अधिकारी शामिल हुए थे. इसके बाद भी ध्यान नहीं दिया गया.
नापतौल विभाग करता है नई दर के आधार पर मीटर फिक्स
आटो और मैजिक में किराया के मीटर का सत्यापन नापतौल विभाग करता है. नई दरों के आधार पर इन्हें इसे सेट करना था. इस मामले में अधिकारियों ने कार्रवाई नहीं की. ट्रैफिक विभाग ने भी इस संबंध में ध्यान नहीं दिया गया.
बैठक में वाहन किराया के लिए ये हुए थे निर्देश
● आटो रिक्शा श्रेणी के वाहन 0 से 2 किमी तक 30 रुपए इसके बाद अगले किमी पर 15 रुपए (रात में 20 प्रतिशत प्रभार)
● मैजिक श्रेणी- 0 से 2 किमी 10 रुपए, इसके बाद 2 रुपए प्रति किमी
● टैक्सी श्रेणी में - 0 से 2 किमी 50 रुपए, इसके बाद 25 रुपए प्रति किमी